रूड़की। ( आयुष गुप्ता )
बहुजन समाज पार्टी में उठापटक का दौर बदस्तूर जारी रहता है। यही कारण है कि उत्तराखंड में हाथी ज्यादा ऊंची चढ़ाई नहीं कर पाता और जनपद तक ही सीमित रहता है। आज भी ऐसा ही कुछ संगठन में सामने आया, जब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे लेटर पैड से उत्तराखंड संगठन में हड़कंप मच गया। इस पत्र के अनुसार उत्तराखंड के प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम को हाईकमान की ओर से हटा दिया गया है। नरेश गौतम के स्थान पर बांदा निवासी व पूर्व मंत्री गया चरण सिंह दिनकर, नगीना से लोकसभा सांसद गिरीश चंद्र, झांसी निवासी शमसुद्दीन राईन और सहारनपुर निवासी रवि सहगल को प्रदेश संगठन का कोऑर्डिनेटर बनाया गया है। इधर
शमसुद्दीन राइन ने प्रदेश प्रभारी बनते ही शीशपाल सिंह को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया और प्रदेश अध्यक्ष रहे आदित्य बृजवाल, पूर्व विधायक हरिदास व पूर्व जिलाध्यक्ष रामकुमार राणा को संगठन से बाहर का रास्ता दिखाते हुए निष्कासित कर दिया। इस फेरबदल के दो पत्र जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए, तो संगठन में भूकंप आ गया। हालांकि यह भी सच है कि बसपा संगठन में कुछ ही महीनों में फेरबदल का दस्तूर बना हुआ है। पुराने कार्यकर्ता भी यह मानते हैं कि पिछले चुनाव में भी इसी कारण हाथी पहाड़ नहीं पाया और संगठन को हार का सामना करना पड़ा। वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि आदित्य जब तक संगठन में प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहे, उन्होंने अपनी मर्जी के फैसले लिए, जिसके कारण संगठन कमजोर हुआ और चुनाव को नुकसान भी उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि नए पदाधिकारियों से संगठन में नई जान आयेगी।