रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
आज ईट भट्टा मजदूर यूनियन के सैकड़ों मजदूर अध्यक्ष सरदार मदन सिंह खालसा के नेतृत्व में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय तहसील रुड़की में पहुंचे। जहां उन्होंने भट्टा मालिकों पर मजदूरों का शोषण करने का आरोप लगाया। यूनियन के अध्यक्ष सरदार मदन सिंह खालसा ने बताया कि शासन द्वारा नई मजदूरी दर 532 रुपये तय की गई है, लेकिन भट्टा मालिक नई मजदूरी दर मजदूरों को नहीं दे रहे हैं और पुराना मजदूरी दर 480 ही मजदूरों को दिया जा रहा है, जिससे मजदूरों के सामने आर्थिक स्थिति का संकट खड़ा हो रखा है। ऐसे में उन्हें मजदूरी भी समय पर नहीं मिलती और उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं मजदूरों ने यह भी बताया कि भट्टा मालिकों द्वारा उनका शोषण किया जाता है और समय से ज्यादा मजदूरी भी ली जाती है। यहां तक कि समय पर मजदूरी भी नहीं दी जाती। अब नई मजदूरी दर आने से भट्टा स्वामी उसे देने में आनाकानी कर रहे हैं। सरदार मदन सिंह खालसा ने कहा कि मजदूरों का शोषण किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं होगा और जो अभी मजदूरों की समस्या है उन्हें दूर कराया जाएगा। वहीं दूसरी ओर भट्टा यूनियन के अध्यक्ष अशोक राणा व पूर्व अध्यक्ष नरेश त्यागी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने दावा किया कि महंगाई के कारण उन्हें भी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। वही श्रम विभाग की ओर से असिस्टेंट लेबर कमिश्नर और लेबर इंस्पेक्टर तथा मजदूर यूनियन व भट्टा यूनियन के पदाधिकारियों की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने कार्यालय पर बैठक ली। बैठक के दौरान जेएम ने कहा कि जो सरकारी मजदूरी दर शासन की ओर से तय की गई है। उससे कम मजदूरी नही दी जा सकती। जो भट्टा स्वामी ऐसा करता पाया गया, उसके खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। साथ ही कहा कि यदि मजदूर यूनियन की ओर से मजदूरों को अनावश्यक पर्ची काटने या अन्य रूप में परेशान किया गया, तो यूनियन पदाधिकारियों पर भी एक्शन लिया जाएगा। बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव शाह, असिस्टेंट लेबर कमिश्नर सिरताज सिंह रांगड़, लेबर इंस्पेक्टर धर्मराज व मजदूर तथा भट्टा यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।