रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) महानगर नेहरू स्टेडियम रुड़की में पुरोहित कल्याण समिति के अध्यक्ष आचार्य राजकुमार कौशिक व समस्त विप्रजनों के तत्वाधान में देश व प्रदेश व महानगर की सुख समृद्धि व प्राकृतिक आपदा शांति व राष्ट्र की एकता व अखंडता उद्देश्य प्राप्ति के लिए प्रथम बार सहस्त्रचंडी महायज्ञ पूजा अर्चना व श्रीमद्भागवत कथा का धार्मिक अनुष्ठान हो रहा है। जिस धार्मिक अनुष्ठान में नित्य प्रति प्रातःकाल महानगर के जननागरिक बतौर मुख्य यजमान सहस्त्रचंडी महायज्ञ आहुति देकर पूजा अर्चना पूर्ण कराई गई। ततुपरांत दोपहर 2 बजे से कथा व्यास आचार्य रजनीश कौशिक ने श्रीमद्भागवत कथा का एकत्रा भक्तजनों को श्रीमुख से भगवान श्रीकृष्ण के भगवत अंश व नारद प्रसग वर्णन चरित्र का रसपान कराया। कथा के प्रथम दिन श्रीमद्भागवत कथा का महात्म्य बताया व माता मन्कामेश्वरी देवी की गाथा बताई। कथा के प्रथम दिन अंतराष्ट्रीय ध्यान गुरु दीपांकर व महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी का सानिध्य भक्तजनों को आशीर्वचन स्वरूप मिला। कथा के द्वितीय दिन बतौर मुख्य अतिथि सेवा भारती के प्रदेश अध्यक्ष, नरेंद्र पाल सिंह रावत व आचार्य प्रगीत कौशिक ज्योतिषाचार्य आध्यात्मिक प्रवक्ता शामिल रहे। जिन्होंने कथा व्यास रजनीश कौशिक का फूल-माला पहनाकर सम्मान किया। वक्तव्य रख कथा व सहस्त्र चंडी महायज्ञ में अपना पूर्ण सहयोग समर्थन देने की बात कही व आयोजक पुरोहित कल्याण समिति व कर्मठ सहयोग रही। आश्रय संस्था व रुड़की जनप्रतिनिधि, नगरवासियों, नगर निगम, पुलिस प्रशासन, राजस्व प्रशासन, समाजसेवियों को ऐसे धार्मिक अनुष्ठान में सहभागिता करने पर साधुवाद दिया। कथा का संचालन डाॅ. अनिल शर्मा ने किया। कथा में पुरोहित कल्याण समिति के अध्यक्ष राजकुमार कौशिक, आर्यदि आदर्श भारद्वाज, चेतन शास्त्री आदि आचार्यगण, आश्रय फाउंडेशन के अध्यक्ष सुधांशु वत्स, गौरव कौशिक, कार्यक्रम संयोजक डाॅ. अनिल शर्मा, अनुज जैन, दीपक शुक्ला, सुधांशु वत्स, हेम सिंह सैनी, एडवोकेट नवीन कुमार जैन, अश्विन भारद्वाज, अनुज आत्रेय, सुजीत कुमार शर्मा, अंतरिक्ष जैन, यश जैन, क्रश जैन, शिवम कौशिक, सुधीर शर्मा, प्रणव कौशिक, आदित्य, सचिन गोंड़वाल, रोहित शास्त्री, आचार्य चैतन्य शास्त्री आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम संयोजक आर्यदि ने समस्त नगरवासियों से महायज्ञ व कथा में बढ़ चढ़ कर भागीदारी करने का आहवान किया।