रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) हरिश्चंद्र कैलाशवती सरस्वती शिशु मंदिर में आर.एन.आई. इंटर काॅलेज भगवानपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के आवासीय शिविर के दूसरे दिन जहां गीता कार्की ने स्वयंसेवकों को योग के बारे में बताया, वहीं स्पर्श गंगा अभियान की जानकारी भी दी।। कार्यक्रम अधिकारी शर्मिला नागर के संयोजन व प्रधानाचार्य डाॅ. अशोक शर्मा ‘आर्य’ के निर्देशन में इस शिविर का बौद्धिक सत्र महत्वपूर्ण रहा, जिसमें सन 1942 के अमर शहीद जगदीश प्रसाद वत्स के भांजे साहित्यकार डाॅ. श्रीगोपाल नारसन ने बच्चों को आजादी के अमृत महोत्सव के विषय में बताया और जानकारी दी कि देश में आजादी की क्रांति की शुरुआत सन 1822 में कुंजा बहादरपुर के गदर से हो गई थी, जिसमें क्रूर अंग्रेजों ने जहां सुनहरा वट वृक्ष पर एक ही दिन में 152 लोगों को फांसी पर लटका दिया था। वही राजा विजय सिंह व उनके सेनापति कल्याण सिंह ने अपनी शहादत दी थी। संस्कार भारती रुड़की के अध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव ने बच्चों को संस्कारित होने की प्रेरणा दी व बताया कि नैतिक शिक्षा व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए हम अपना चारित्रिक उत्थान कर सकते हैं और देश के सफल नागरिक बन सकते हैं। प्रधानाचार्य डाॅक्टर अशोक शर्मा आर्य ने राष्ट्रीय सेवा योजना को छात्रों के लिए सेवा भावना का एक प्रशिक्षण बताया। क्योंकि सेवा के माध्यम से ही हम उन्नति कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन राजीव सैनी प्रवक्ता रसायन के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में ऋषिपाल सिंह, नवीन शरण ‘निश्चल’, श्रीमती पूनम, श्रीमती आरती, अनुज सैनी, कु. दिव्या, रमेश कुमार सहित स्वयंसेवी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।