रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) कल देर रात हरिद्वार रेलवे स्टेशन से ऋषिकेश बाड़मेर एक्सप्रेस से भारत स्काउट्स एंड गाइड्स उत्तराखंड जनपद हरिद्वार के बच्चों का एक दल 18वीं राष्ट्रीय जंबूरी 2023 में प्रतिभाग करने के लिए राजस्थान राज्य के पाली जनपद के लिए रवाना हो गया। मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं जिला मुख्य आयुक्त भारत स्काउट्स एंड गाइड्स हरिद्वार कमलेश कुमार गुप्ता द्वारा जंबूरी के लिए बच्चों को रवाना करने से पूर्व केक कटवाकर, बच्चांे को केक अपने हाथो से खिलाकर जंबूरी के लिए रवाना किया। साथ ही सभी
प्रतिभागी बच्चों को सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी। मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि हरिद्वार के इस दल में जनपद के विभिन्न विद्यालयों के 54 स्काउट/ गाइड एवं 5 शिक्षक प्रतिभाग करने के लिए जा रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि स्काउट दल का कंडीशन लीडर पूर्वेंद्र कुमार शर्मा एवं गाइड दल की कंडीशन लीडर डाॅक्टर शगुन सिंह को बनाया गया है। इनके सहयोग के लिए स्काउट मास्टर पुष्पेंद्र कुमार, गाइड कैप्टन तरुण त्यागी एवं सविता दास को बच्चों के साथ भेजा जा रहा है। जिला सचिव राजेश सैनी ने बताया इस बार की जंबूरी में हरिद्वार जनपद के महत्व को विशेष रुप से प्रदर्शित किया जाएगा। जिसमें हरिद्वार की मुख्य पहचान गंगाजली एवं प्रसाद को वितरित किया जाएगा। इसके लिए विशेष व्यवस्था कर, गंगाजली को प्रतिभागी बच्चे अपने साथ ले कर गए है। विगत 4 जनवरी को जंबूरी का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी। हरिद्वार के बच्चे उनके सामने मार्च पास्ट के समय कांवड़ यात्रा के प्रदर्शन को विशेष रुप से प्रदर्शित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदर्शनी में मां गंगा की आरती, घंटाघर, मनसा देवी मंदिर, चंडी मंदिर, शांतिकुंज, पतंजलि योगपीठ, राजाजी नेशनल पार्क, बीएचएल हरिद्वार, आईआईटी रुड़की को विशेष रुप से फ्लेक्सी एवं पोस्टरों के द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा। रेलवे स्टेशन पर रवानगी के समय प्रतिभागियों के अतिरिक्त मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार कमलेश कुमार गुप्ता, जिला सचिव राजेश सैनी, जिला संगठन आयुक्त पूर्वेंद्र कुमार शर्मा, राज्य प्रतिनिधि डाॅक्टर शगुन सिंह, पुष्पेंद्र कुमार, तरुण त्यागी, सविता दास, चंद्रपाल सिंह, अरविंद कुमार, प्रदीप त्यागी, अमित चतुर्वेदी, मयंक गोयल, मनोज कुमार, राजकीय प्रधानाचार्य परिषद के जिलामंत्री एवं राजकीय इंटर काॅलेज गैंडीखाते के प्रधानाचार्य भानु प्रताप आदि मौजद रहे।