रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) खाताखेड़ी के पूर्व उप-प्रधान मो. इंतनाम ने गांव में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि शासन-प्रशासन उनके खेतों पर जबरदस्ती बुल्डोजर चलवा रहा हैं। साथ ही कहा कि उनकी बेसकीमती जमीन नेशनल हाईवे में अधिग्रहित हुई हैं, लेकिन उन्हें उचित मुआवजा नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि सोहलपुर, कमेलपुर, खाताखेड़ी, धर्मपुर, देवपुर, मूलेवाला में किसी भी किसान द्वारा मुआवजा नहीं लिया गया। प्रशासन जबरदस्ती फोर्स के दम पर फसल रौंदकर कब्जा ले रहा हैं। उन्होंने कहा कि जिस जमीन की बाजारी मालियत 30 लाख रुपये प्रति बीघा हैं, वहां केवल 5 लाख 87 हजार रुपये दिये जा रहे हैं। खाताखेड़ी में 7 लाख, पाडली गेंदा में साढ़े चैदह लाख, कमेलपुर सोहलपुर में छः लाख और माधोपुर के किसानों को 24 लाख रुपये प्रति बीघा का मुआवजा दिया जा रहा हैं। यह सौतेला व्यवहार किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि खेतों में खड़ी किसानों की गंेहू, गन्ने व सरसों की फसल को बुल्डोजर से रौंद दिया गया। साथ ही यह भी अल्टीमेटम दिया गया कि चार दिन में खेतों को खाली किया जाये। जब किसान ने मुआवजा ही नहीं लिया, तो वह अपने खेत क्यों खाली करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का किसान एकजुट हो रहा हैं। किसानों ने प्रशासन से मांग की कि या तो हमें उचित मुआवजा मिले या जितनी जमीन हाईवे में जा रही हैं, इतनी ही जमीन सरकार अन्यत्र स्थान पर उपलब्ध कराये। इसे लेकर जल्द ही धरना-प्रदर्शन भी शुरू किया जायेगा। इस मौके पर पूर्व प्रधान ऐजाज अहमद, मो. इमरान, खलील, नसीम, शहजाद, सलीम, वकील, दिलशाद आदि किसान मौजूद रहे।