रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) उत्तराखण्ड के होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के सभी स्वयंसवेकों के मानसिक एवं भावनात्मक समृद्धि के उद्देश्य से एक अनोखी शुरूआत की गई हैं। मोबाईल एप्लीकेशन स्कूल आॅफ लाईफ नामक संस्था के सहयोग से होमगार्ड दिवस पर लोकार्पण किया गया। मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अलग-अलग संसाधन जैसे मनोवैज्ञानिक सेवाएं, व्यक्तिगत काउंसलिंग और आत्म सहायता के लिए कई वीडियो संसाधन घर बैठे निःशुल्क होमगार्ड स्वयंसेवकों के मोबाईल पफोन पर उपलब्ध होगा। मोबाईल एप्लीकेशन पर होमगार्ड्स स्वयंसेवक अपने मोबाईल नंबर तथा रेजीमेंट नंबर से लाॅग-इन करेंगे। पहले का उपयोग स्वयंसेवक दो प्रकार से कर सकेंगे। मानसिक एवं भावनात्मक समृद्धि हेतू सीधा मनोवैज्ञानिक से वार्तालाप करेंगे। अपाईंटमेंट बुक कर सकेंगे, जिसमें वह अपने पूर्व के बुक किये हुये अपाईंटमैंट भी देख सकेंगे। मनोवैज्ञानिक काउंसलर से वार्तालाप की कार्रवाई विभागीय स्तर पर गोपनीय रखी जायेगी ताकि वह अपने कथनों को काउंसलर के समक्ष खुलकर रख सके। मनोवैज्ञानिक को बुक करने से पहले रक्षित वीडियो सामग्री का अवलोकन कराना होगा, जिससे उन्हें स्वयं का आंकलन करने तथा अपेक्षित मानसिक सहयोग प्राप्त होगा। दूसरा वह अपनी ड्यूटी आदि की समस्याएं, शिकायत को जनपद, मण्डल एवं मुख्यालय स्तर पर प्रेषित कर सकेंगे तथा समस्याओं के निस्तारण के उपरांत उन्हंे सूचित भी किया जायेगा। होमगाडर््स को मानसिक तनाव, उनके भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर करने का ऐसा प्रयास देश के किसी भी प्रदेश में अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया। यहां उत्तराखण्ड के होमगार्ड के लिए यह विशेष पहल हैं। ऐप के माध्यम से होमगार्ड अपने रोजमर्रा के जीवन में आने वाले तनाव को बेहतर संचार कर पायेंगे। ड्यूटी और जीवन की चुनौतियों से आगे बढ़ेंगे एवं एक सशक्त मन की रचना कर पायेंगे।