रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
उत्तराखंड विधानसभा में पारित ऐतिहासिक विधेयक में भाजपा के विधायकों की अहम भूमिका रही और प्रदेश हित में पारित किए गए विधेयक में उनके योगदान को सराहा जा रहा है।
आज नगर के एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने कहा कि प्रदेश सरकार ने धर्मांतरण (धर्म स्वतंत्रता संशोधन) व महिला क्षेतिज आरक्षण जैसे ऐतिहासिक विधेयक विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पारित कर प्रदेश की जनता को नई ऊर्जा दी है। साथ ही कहा कि अब किसी भी व्यक्ति का जबरन, लालच या धोखे से धर्म परिवर्तन नहीं कराया जा सकेगा। यह विधेयक पहले भी लागू था, लेकिन इसमें सजा व जुर्माने का प्रावधान कम था। किंतु अब समय की जरूरत को देखते हुए भाजपा की धामी सरकार ने इसमें 10 साल तक का कारावास और 50 हजार तक जुर्माने का प्रावधान रखा है। उन्होंने बताया कि इसे महामहिम राज्यपाल के समक्ष पेश किया गया है, उनके हस्ताक्षर के बाद इसे कानून का रूप दिया जाएगा। वहीं उन्होंने सरकार द्वारा महिलाओं के हितों को लेकर 30% आरक्षण की भी प्रशंसा की और धामी सरकार को इसके लिए बधाई दी। साथ ही कहा कि इस आरक्षण के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी ज्यादा होगी और वह भी अपने अधिकारों को जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी इन विधेयकों को लेकर चर्चा कर रहे हैं ताकि वह भी इन्हें अपने यहां लागू कर सके। साथ ही कहा कि आगामी 25 वर्ष में प्रवेश के बाद उत्तराखंड युवा प्रदेश के रूप में अलग पहचान बनाएगा, इसकी तैयारियां धामी सरकार ने शुरू कर दी। वही कहा कि उत्तराखंड में प्लेन और पहाड़ वाद नहीं है यहां सब का विकास हो रहा है। साथ ही रुड़की जिले को लेकर कहा कि यह मामला प्रोसीडिंग में है इसे जल्द धरातल पर उतारा जाएगा। वही विधायक प्रदीप बत्रा ने भी इन विधेयकों को प्रदेश की जनता के हित में बताया और कहा कि भाजपा की सरकार जन हितेषी हैं और आने वाले समय में भाजपा और नए मुकाम हासिल करेगी। साथ ही एक सवाल के जवाब में विधायक बत्रा ने पहाड़ ओर पलायन में स्थाई व अस्थाई के निवास प्रमाण पत्र के अलग-अलग होने पर कहा कि यह सब कहने की बात है, विकास सब जगह हो रहा है। प्रेसवार्ता में जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, विधायक प्रदीप बत्रा, संजीव वर्मा, मंडल अध्यक्ष अभिषेक चंद्रा, सतीश सैनी, पंकज नंदा, संजय त्यागी शामिल रहे।