रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) आरएनआई इंटर काॅलेज भगवानपुर में संविधान दिवस निर्माता बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अम्बेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया गया। काॅलेज सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विधायक ममता राकेश ने बतौर मुख्य अतिथि के रुप में पहंुचकर बाबा साहेब डाॅ. बी.आर. अंबेडकर को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनका भावपूर्ण स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि डाॅ. अम्बेडकर ने विपरित परिस्थितियों के बावजूद उच्च शिक्षा प्राप्त की और भारतीय जन मानस की आशाओं व अपेक्षाआंे के अनुरुप संविधान का निर्माण किया। साथ ही उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अम्बेडकर के ज्ञान व अनुभव को एक हजार विद्वानों के समकक्ष बताया।
काॅलेज के प्रधानाचार्य डाॅ. अशोक कुमार शर्मा ‘आर्य’ ने डाॅ. अम्बेडकर को संविधान का शिल्पी बताया। साथ ही कहा कि उन्होंने एक समता मूलक समाज की कल्पना की और सबको समान अधिकार मिले, ऐसी व्यवस्था संविधान में की। संस्कृत प्रवक्ता ऋषिपाल सिंह ने भारत रत्न डाॅ. अम्बेडकर को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डाॅ. अम्बेडकर का मानना व कहना था कि देश के उज्जवन भविष्य व तरक्की के लिए सभी नागरिकों का शिक्षित व संगठित होना जरूरी हैं। सभासद प्रतिनिधि व वरिष्ठ लिपिक मांगेराम उर्फ नीटू ने डाॅ. भीमराव अम्बेडकर को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के हर वर्ग, जाति व समुदाय की उन्नति के लिए लगातार प्रयास किये। साथ ही उन्होंने कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र ने उनकी सेवाओं के फलस्वरुप उन्हें भारत रत्न की उपाधि से अलंकृत किया। समारोह से पूर्व मां. सरस्वती व डाॅ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण व द्वीप प्रज्जवलित किया गया। इस अवसर पर कैप्टन राजेश आर्य, अशोक सैनी, आलोक कंडवाल, आराधना बिष्ट, नवीन शरण निश्चल, चारू चैहान, डाॅ. सारिका सैनी, आरती राठी, अजेता दिविका, मनीषा, सुखबीर सैनी, यश गोस्वामी, ललित गर्ग, नीरज शर्मा, मोहित सैनी, पवन सैनी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन रसायन प्रवक्ता राजीव सैनी ने किया।