रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
अवैध खनन को लेकर माफिया कितने चुस्त और प्रशासन कितना सुस्त है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 5 बजते ही माफिया खनन के अवैध धंधे को अंजाम देना शुरू कर देते हैं और इन पर लगाम लगाने में प्रशासन के अधिकारी बेबस नजर आते हैं। ऐसा ही एक मामला कोर कॉलेज के निकट मोंटफोर्ट स्कूल के सामने एक कॉलोनी के पीछे का है, जहां माफियाओं द्वारा परमिशन के नाम पर अवैध रूप से मिट्टी का खनन किया जा रहा है। जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें प्रशासन के अधिकारियों का कोई खौफ नहीं है। इसमें एक अहम बिंदु यह भी है कि अगर कोई काम आधिकारिक अनुमति से होता है तो उसके भी नियम होते हैं, जिसमें सूर्यास्त के बाद परमिशन के नाम पर मिट्टी का उठान नहीं हो सकता। लेकिन यहां मिट्टी उठान का कार्य ही शाम के समय शुरू हुआ और यह काम उनका रात में कितनी देर तक चलेगा, यह तो जांच का विषय है, लेकिन जिस तरीके से वह मिट्टी का खनन कर रहे हैं, उससे कहीं ना कहीं प्रशासनिक मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। माफियाओं द्वारा जब अवैध खनन का कार्य किया जाता है, तो उससे सरकारी राजस्व को भारी हानि होती है। वही जब इस संबंध में जब क्षेत्रीय पटवारी से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि जहां पर खनन की सूचना दी गई है, वहां कोई परमिशन नहीं है। हालांकि वह जांच करने की बात कह रहे हैं, जबकि तहसीलदार को करने का प्रयास किया गया, तो वह नहीं हो सके।