रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) देवभूमि उत्तराखण्ड सफाई कर्मचारी संघ, शाखा रुड़की की एक बैठक पूर्वी अम्बर तालाब स्थित वाल्मीकि धर्मशाला में सम्पन्न हुई, जिसमें मौहल्ला स्वच्छता समिति व ठेके प्रथा के सफाई कर्मचारियों को जिनको 17-18 वर्ष कार्य करते हुये हैं, लेकिन नगर निगम रुड़की इन कर्मचारियों को नियमित करने में संतुष्ट दिखाई नहीं दे रहा है। प्रदेश स्तर पर दिये गये 11 सूत्रीय मांग पत्र पर भी सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। बोर्ड बैठक में भी प्रस्ताव संख्या 363 8 जनवरी 2022 पर 5 मांगे पास की गई थी, जिसमें 2 मंाग पूरी हो गई हैं, शेष 3 मांग अभी बाकी हैं, जिनमें मौहल्ला स्वच्छता समिति की हाजिरी मस्टरोल में भरी जाये, साप्ताहिक अवकाश दिया जाये, सफाई कर्मचारी की फुल वर्दी के साथ एक कैप, उत्तराखण्ड सरकार का पद चिन्ह होना चाहिए, कूडा वाहन चालकों के लिए सर्विस वर्कशाला दिया जाये, 40 वार्डो में 40 वार्ड सर्किल आॅफिस दिये जाये, मौहल्ला स्वच्छता समिति व ठेका प्रथा के कर्मचारियों को नियमित संविदा पर किया जाये, कर्मचारियों का समय पर ठेकेदार द्वारा ईपीएफ का पैसा जमा नहीं किया जाता और समय से पहले ही भागने की तैयारी करता हैं, समस्त कर्मचारियों को कार्य करते समय, नई कंपनी के ठेकेदार द्वारा किसी भी कर्मचारी व वाहन चालक को प्रताड़ित न किया जाये, आदि मांगे शामिल हैं। उन्होंने इस संबंध में नगर आयुक्त नगर निगम रुड़की को एक ज्ञापन प्रेषित किया। साथ ही अनुरोध किया कि उक्त मांगों पर संज्ञान लेकर इन मांगों को 7 दिन तक पूरा किया जाये अन्यथा की स्थिति में कर्मचारी 8वें दिन धरने व कार्य बहिष्कार करने को बाध्य होगे। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी नगर निगम रुड़की की होगी। इसकी प्रतिलिपि जेएम रुड़की, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवभूमि उत्तराखण्ड सफाई कर्मचारी संघ को भी प्रेषित की गई हैं।