रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) गन्ना भुगतान की मांग को लेकर बुधवार को सैकड़ों किसान इकबालपुर शुगर मिल में पहंुचे और मिल प्रबन्धन से वार्ता कर जल्द से जल्द गन्ना भुगतान दिलाये जाने की मांग उठाई। इस दौरान किसानों ने मिल के यूनिट हैड समीर सुहाग से कहा कि वर्ष 2017-18 व 2018-19 का अभी तक भुगतान नहीं हो पाया तथा इस सत्र का भी गन्ना भुगतान शेष हैं और मिल को चलाने की तैयारी कर रहे हैं। इस दौरान यूनिट हैड़ समीर सुहाग ने कहा कि पिछले वर्ष का एक सप्ताह का भुगतान शेष हैं, इसमें से पांच दिन का भुगतान नवंबर तक भेज दिया जायेगा और बाकी भुगतान भी जल्द करेंगे तथा वर्ष 2017-18 का बकाया भुगतान 30 नवंबर तक कर दिया जायेगा। इस दौरान किसानों ने कहा कि पहले उक्त भुगतान भेजा जाये और 7 नवंबर को फिर से मिल परिसर में किसानों की बैठक होगी। इस दौरान किसानों ने समिति सचिव सुजेश चंद नवानी से कहा कि जब तक वार्ता के मुताबिक 5 दिन का भुगतान नहीं होता, तब तक समिति से पर्ची इंडेंट जारी न किया जाये। यदि भुगतान से पहले गन्ना खरीद पर्ची भेजी, तो समिति पर किसान धरना देने को मजबूर होंगे। इस दौरान समिति सचिव ने सहमति जताई और किसान अपनी वार्ता सम्पन्न कर वापस लौट गये। इससे पूर्व भुगतान को लेकर किसानों व मिल प्रबन्धन के बीच नोंक-झोंक भी हुई। दरअसल मिल प्रबन्धन किसानों से भुगतान को लेकर कुछ समय चाहता हैं और पेराई सत्र शुरू होने पर भुगतान करने की बात कह रहा हैं, लेकिन इसके विपरीत किसान भुगतान पहले चाहते हैं। इस मौके पर जीएम एडमिन बीएन चैधरी, जीएम फाईनेंस परमजीत सिंह, जीएम केन सुनील ढींगरा, सीडीआई कुलदीप तोमर, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुशील त्यागी, प्रमोद चैधरी, पूर्व चेयरमैन सुशील चैधरी, अनिल चैधरी, चै. धर्मपाल सिंह, चै. गजेन्द्र सिंह, सागर सिंह, विजय त्यागी, काला त्यागी, ईशा त्यागी, निरंकार त्यागी, नरेश कुमार, अंकुल त्यागी समेत बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।