रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) रामपाल वैदिक सनातन संस्कृति व मानव मात्र के कल्याण के लिए विशेष प्रकार की औषधियों से पिछले 14 वर्षों से यज्ञ कराकर जागरुक करते आ रहे हैं। आज उन्होंने सफरपुर गांव में आयोजित हवन-यज्ञ में कहा आज धरती पर संकट है। हमें मिलकर वैदिक संस्कृति से पर्यावरण, को बचाये रखने और जैविक खेती, भारतीय नस्ल की गो माता और गुरुकल शिक्षा तथा यज्ञ आदि पुण्य कार्यो को लेकर आगे बढ़ना होगा, तभी मनुष्य मात्र का कल्याण हो सकेगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनकी शिकायत पर प्रदूषण विभाग की टीम ने एसडीएम के साथ मिलकर गन्ना कोल्हूओं में जलाये जा रही प्लास्टिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 8 कोल्हूओं को सीज किया था। इनमें प्लास्टिक जलने से क्षेत्र का वातावरण खराब होता हैं और पर्यावरण में यह जहरीला धुंआ घुलकर आमजन मानस के शरीर में प्रवेश कर उन्हें बीमार करता हैं। उन्होंने विभाग की ओर से की गई कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में विभागीय अधिकारी नियमानुसार कार्यवाही करें ताकि उद्योगों द्वारा फैलाये जा रहे प्रदूषण पर प्रतिबंध लग सके और हमारा वातावरण साफ-स्वच्छ बना रहे। उन्होंने बताया कि कुछ कंपनियां अपना कैमिकलयुक्त पानी जमीन के अंदर बौरिंग कर जमीनी जल स्तर को हानि पहंुचा रही हैं, ऐसे कंपनियों पर विभाग सख्त कार्यवाही करें ताकि जमीनी जल स्तर का पानी स्वच्छ बना रहे। साथ ही उन्होंने लोगों से आहवान किया कि ‘आओ चले स्वदेशी की ओर’ अभियान के तहत आगे आकर ऐसे लोगों के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।