रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) सरदार पटेल विचार मंच भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष चै. सेठपाल परमार ने अपने साथियों के साथ गुजरात में नर्मदा नदी के निकट बनी सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे विशाल प्रतिमा पर जाकर उनकी जयंती बड़ी धूमधाम के साथ मनाई। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल भारतीय एकता के सूत्रधार थे। उनके द्वारा राष्ट्र की अखण्डता और एकता के लिए किये गये योगदान को आने वाली पीढ़ियां सदा याद रखेंगी। उन्होंने कहा कि देश सरदार वल्लभ भाई पटेल का ऋणी हैं। परमार ने कहा कि
लौह पुरूष आजाद भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री थे। उन्होंने 562 रियासतों का विलय कर एक नये भारत का निर्माण किया था और देश की आजादी में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिये थे। उन्होंने कहा कि हम सभी को सरदार वल्लभ भाई पटेल के पद्चिन्हों पर चलना चाहिए और राष्ट्र को हमेशा आजाद रखने की शपथ लेनी चाहिए। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि हैं। हम सभी राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ लें और राष्ट्रीय एकता व अखंडता को कायम रखें। इससे पूर्व उन्होंने एकता नगर रेलवे स्टेशन गुजरात में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर मास्टर यशपाल राष्ट्रीय महासचिव सरदार पटेल विचार मंच, मा. नक्षत्र राम राष्ट्रीय सचिव, विनोद दधिचि राष्ट्रीय प्रचारक, रवि प्रकाश जिला महासचिव, शिवकुमार राठी प्रदेश सचिव, ठाकुर डिप्टी राणा प्रदेश उपाध्यक्ष, हरीश परमार आदि मौजूद रहे।