रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) भगवानपुर ब्लाॅक के अकबरपुर कालसो की नव-निर्वाचित ग्राम प्रधान बबीता ने खण्ड शिक्षा अधिकारी भगवानपुर को लिखित शिकायत करते हुए बताया कि आज वह ग्राम पंचायत अकबरपुर कालसो के प्राइमरी विद्यालय की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए विद्यालय पहंुची थी, जहां उन्होंने हेड मास्टर से विद्यालय में चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी लेनी चाही, लेकिन हेड मास्टर ने उन्हें उक्त जानकारी देने से इंकार कर दिया और बोले कि हमारा पेशा वकील का हैं और तुम्हारे जैसे प्रधान हमने बहुत देखे हैं। साथ ही मुझसे जातिगत आधार पर भी अभद्रता की। यहां तक की मुझे विद्यालय के गेट से भी बाहर जाने को कहा। साथ ही बोला कि ग्राम प्रधान का कोई अधिकार नहीं हैं, वह विद्यालय के कार्यों में हस्तक्षेप करें। उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारी को शिकायत में यह भी अवगत कराया कि वह तीन गांव की सम्मानित जनता द्वारा चुनी गई प्रधान हैं। जब विद्यालय में ऐसे घमंडी हेड मास्टर व उनके सहायक अध्यापक होंगे, तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को क्या संस्कार देते होंगे। उन्होंने यह भी अवगत कराया कि उक्त विद्यालय में हैड मास्टर व शिक्षक समय से नहीं पहंुचते, उक्त अध्यापक विद्यालय परिसर के 8 किमी दूर रुड़की से आते हैं, जबकि सरकारी आदेश विद्यालय परिसर के 8 किमी दायरे में रहने का हैं, इनका मकान भत्ता रोका जाये, जो कि जांच का विषय हैं। बच्चों पर अपना नाम तक लिखना व पढ़ना नहीं आता, 7 का पहाड़ा भी नहीं जानते, उन्हें गांव का नाम, पिता का नाम भी लिखना नहीं आता। स्कूल परिसर में गदंगी का अंबार लगा हुआ हैं, मध्यान भोजन का चार्ट तक नहीं हैं, स्कूल में सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 का पट्ट तक नहीं हैं, स्कूल में ईको क्लब/वाटिका/झूला/रैम्प आदि की कोई व्यवस्था नहीं हैं। उन्होंने विद्यालय में कार्यरत अध्यापकों का समायोजन अन्य विद्यालय में कर अन्य विद्यालय के अध्यापकों की व्यवस्था करने की मांग की। इसकी प्रतिलिपि भी उन्होंने जिलाधिकारी हरिद्वार, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार, जिला शिक्षा अधिकारी हरिद्वार बेसिक, उप-जिलाधिकारी भगवानुपर को भी प्रेषित की हैं।