रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-1 रुडकी में आज एकता पर्व समारोह के आयोजन का उद्घाटन किया गया। इसके अंतर्गत कला उत्सव से सम्बंधित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सात केंद्रीय विद्यालयों, जैसेः केंद्रीय विद्यालय एफआरआई देहरादून, केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 रुड़की, केंद्रीय विद्यालय ऋषिकेश, केंद्रीय विद्यालय लैंसडाउन, केंद्रीय विद्यालय उत्तरकाशी, केंद्रीय विद्यालय राजगढ़ी के लगभग 140 बच्चे अपने-अपने अनुरक्षक शिक्षकों के साथ प्रतिभाग करने आये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल डीएस यादव रहे। सर्वप्रथम प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने पुस्तक देकर विद्यालय प्रांगण में उनका स्वागत किया। कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन मुख्य अतिथि कर्नल डीएस यादव के साथ प्राचार्य तथा उप प्राचार्या ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि का औपचारिक स्वागत करते हुए अपने संबोधन में प्राचार्य चन्द्र शेखर बिष्ट ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि केन्द्रीय विद्यालय नं-1 रुडकी को संकुल स्तर पर राष्ट्रीय एकता पर्व 2022-23 आयोजित कराने के लिए चुना गया। इसके अंतर्गत विद्यार्थी विभिन्न कला विद्याओं का प्रदर्शन करेंगे। इसमें से चयनित सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी पहले संभागीय स्तर पर तथा उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। कला उत्सव, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की एक ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियो की कलात्मक प्रतिभा को पहचानना, उसे पोषित करना, प्रस्तुत करना और शिक्षा मंे कला को बढ़ावा देना है। यह उत्सव विद्यार्थियो में भारत की सांस्कृतिक विरासत और उसकी जीवंत विविधता के प्रति जागरूकता लाने एवं उत्सव मनाने का मंच प्रदान करता है। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्रीय विद्यालय का मूल भावना ही विविधता में एकता प्रदर्शित करना है। यह विद्यालय अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करता है। राष्ट्रीय एकता के लिए भावनात्मक एकता बहुत जरूरी है। हमारे देश की कला एवं संस्कृति ही देश की भावनात्मक एकता को एक सूत्र में पिरोने का कार्य करती है। ऐसे कार्यक्रम का विद्यालय स्तर पर आयोजन विद्यार्थियों को अपने देश की संस्कृति एवं कला से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है। धन्यवाद् ज्ञापन में उप प्राचार्या श्रीमती अंजू सिंह ने कहा कि भारत विविध भाषाओँ एवं विविध कलाओं से संपन्न एक अद्वितीय राष्ट्र है। विविधता में एकता की खूबसूरती इस देश को महान बनाती है। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों तथा हम सबके मन में एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को मजबूत बनाते हैं।