रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
लंढौरा में वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा निकालने को लेकर तनावपूर्ण माहौल रहा। इसे लेकर तहसील प्रशासन द्वारा पहले ही क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई थी। बावजूद इसके रविवार की सुबह 11:00 बजे “चलो लंढोरा” का ऐलान सोशल मीडिया, व्यक्तिगत आधार पर लोगों तक संदेश पहुंचाया गया और सुबह 11:00 बजे भाजपा नेता और हिंदू संगठनों के तमाम लोग लंढोरा क्षेत्र में पहुंचे। जहां तैनात पुलिस बल ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसे लेकर लंढोरा क्षेत्र में आसपास के थानों का भारी पुलिस बल तैनात रहा।
ज्ञात रहे कि लंढौरा में वाल्मीकि जयंती के अवसर पर शोभायात्रा निकालने को लेकर प्रशासन से अनुमति लेनी चाही गयी थी, लेकिन अधिकारियों ने अनुमति नहीं दी। 3 दिन पहले भाजपा नेताओं और वाल्मीकि समाज के लोगों ने शोभा यात्रा की तैयारियां पूर्ण कर उसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन एसडीएम और सीओ मंगलौर ने पुलिस बल के साथ शोभायात्रा को नहीं निकलने दिया। इस दौरान भाजपाइयों और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के बीच वार्ता भी हुई जिसमें अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में माहौल खराब नहीं होने दिया जाएगा और न ही कोई नहीं प्रथा शुरू करने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी लोग एक समान है, कानून सबके लिए है। यदि कोई कानून का उल्लंघन करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी। जिसके बाद देर रात तक तनाव की स्थिति रही थी और 16 अक्टूबर रविवार को प्रातः 11:00 बजे फिर से शोभायात्रा निकालने की आवाज गूंज उठी थी, जिसे लेकर प्रशासन भी अलर्ट था और 1 दिन पहले ही क्षेत्र में 144 धारा लागू कर दी गई। बावजूद इसके भाजपा के कई नेता व कार्यकर्ता तथा हिंदू संगठनों के पदाधिकारी शोभायात्रा में शामिल होने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए मंडल अध्यक्ष विकास पाल, गौरव त्यागी, मुकुल त्यागी, गोविंद पाल, मोहित राष्ट्रवादी, रजत गौतम, शिव प्रकाश त्यागी, जिला अध्यक्ष प्रदीप पाल, स्वतंत्र सेनानी, संजय धीमान व अनुराग तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया, इसके बाद उन्हें रोशनाबाद स्थित जेल ले जाया गया। बाद में कुछ को छोड़ दिया गया।