रुड़की। ( आयुष गुप्ता ) भगवानपुर क्षेत्र में लगे अधिकतर उद्योग बीमारी को जन्म दे रहे हैं। बताया गया है कि इन उद्योगों में जो कैमिकलयुक्त पानी प्रयोग किया जाता हैं, उसकी निकासी का कोई प्रबन्ध नहीं हैं। फैक्ट्री प्रबन्धन जान-बूझकर अपने आस-पास पड़े खाली प्लाट में इस प्रदूषित पानी को डाल रहे हैं, जिसके कारण जहरीले मच्छर, कीट-पतंगे पनप रहे हैं और यहां बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ हैं। इस क्षेत्र के चहंुमुखी विकास के लिए बड़े पैमाने पर सरकार द्वारा उद्योग स्थापित कराये गये थे, ताकि क्षेत्र के पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार मिल सके। लेकिन हैरत की बात यह है कि जबसे यह उद्योग यहां लगे हैं, तभी से इनके द्वारा अपनी पानी निकासी का कोई उचित प्रबन्ध नहीं किया गया।
कैमिकलयुक्त पानी खाली प्लाट में पड़ा रहता हैं और यहां अवारा पशु घूमते हैं, जो चरते हुए इस कैमिकलयुक्त पानी को भी पी लेते हैं। जिसके कारण कई पशु गम्भीर बीमारी से जूझ रहे हें। इस संबंध में क्षेत्र के समाजसेवी लोगों द्वारा कई बार फैक्ट्री प्रबन्धन का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया, लेकिन उन्होंने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। वहीं इस संबंध में रुड़की में तैनात प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण संरक्षण अधिकारी से भी शिकायत की गई, लेकिन उन्होंने भी इस पर न तो फैक्ट्री प्रबन्धन को कोई नोटिस जारी किया, न ही कोई जांच की। जबकि इसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा हैं। लोगों का यह भी कहना हैं कि इस प्रदूषित पानी से बड़ी दुर्गन्ध आती हैं और नाक पर कपड़ा रखकर निकलना पड़ता हैं। मौजूदा समय में भयंकर बीमारियां पनप रही हैं, इसे देखते हुए यहां फैली दुर्गन्ध के कारण आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों तक बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ हैं और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत आ रही हैं। इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया गया हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि सभी कंपनी प्रबन्धन अपनी पानी निकासी का इंतजाम करें और खाली प्लाट में प्रदूषित पानी न डालें। ताकि लोगों को होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके।