रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
लंबे समय से इकबालपुर शुगर मिल में क्रॉप लोन को लेकर की गई जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले में लगातार आवाज उठाते आ रहे किसान नेता चौधरी पदम सिंह भाटी ने आज धर्मपुर स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए बताया कि शुगर मिल इकबालपुर द्वारा जो 32.67 करोड का अलग-अलग किस्तों में फर्जी तरीके से जालसाजी कर किसानों के नाम पर लोन लिया, उसमें डीजीपी के आदेश पर सीबीसीआईडी जांच शुरू हो गई है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चौ. पदम सिंह भाटी ने कहा कि अलग-अलग वर्ष में तत्कालीन नाम लक्ष्मी शुगर मिल, हाल धनश्री एग्रो प्राइवेट लिमिटेड शुगर मिल ने 10-10 व 5 करोड़ व अन्य किस्तों में करीब 32.67 करोड़ का किसानों के नाम पर फर्जी क्रॉप लोन लेकर उसकी बंदरबांट कर ली, जबकि किसान के नाम पर लोन ज्यों का त्यों है। भाटी ने बताया कि उक्त क्रॉप लोन की देनदारी किसानों की ही होगी, क्योंकि लोन उनके नाम पर है। बताया कि यह क्रॉप लोन जमीन धारक किसान को मिलता है, लेकिन मिल की ओर से बैंक को दी गयी लिस्ट में मजदूरों व किसानों के बच्चों व परिवार के नाम भी शामिल किए गये है, जिनके नाम पर कोई जमीन नही है। उन्होंने कहा कि यह फर्जी लोन अब बढ़कर 67 करोड़ के करीब हो गया है, इसमें से दबाव के चलते कुछ पैसा मिल ने लौटा दिया था, लेकिन इस लोन प्रक्रिया में इकबालपुर के पीएनबी बैंक के अधिकारी भी संलिप्त है। इसके अलावा इस लोन को हासिल करने के लिए तहसीलदार, पटवारी व अमीन तक की फर्जी मुहर तैयार कर दस्तावेज तैयार किये गए। भाटी ने यह भी बताया कि यदि क्षेत्र का किसान आज जागरूक नही हुआ, तो इस लोन की देनदारी को चुकाने के अलावा उनके पास अन्य कोई विकल्प नही होगा। साथ ही बताया कि सीबीसीआईडी के जाँच अधिकारी ने इस प्रकरण को लेकर उनके ब्यान भी दर्ज किए है। उन्होंने आशा जताई कि अब इस फर्जी क्रॉप लोन का भंडाफोड़ होगा और जिन किसानों के नाम पर यह लोन लिया गया, उन्हें राहत मिलेगी। बताया कि इस क्रॉप लोन से क्षेत्र के किसान बेहद पीड़ित है। साथ ही बताया कि इस प्रकरण को लेकर वह झबरेड़ा थाने में भी पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनकी कोई सुनवाई नही की। इसके बाद वह उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार से मिले, जिसके नाद मुकदमा हुआ, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद भी मिल के पक्ष में रिपोर्ट लिखी। इसके बाद वह फिर डीजीपी अशोक कुमार से मिले, जिसके बाद उन्होंने सीबीसीआईडी जांच के आदेश दिए, जिसकी जांच कोतवाल अमरचंद शर्मा को सौंपी गई। अब इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होगा। पत्रकार वार्ता में इकराम, रामपाल सिंह प्रधान, डॉ. अनिल, राजकुमार चौधरी अध्यक्ष इंटक, मोहम्मद इकबाल उपाध्यक्ष, महकार सिंह महासचिव, उपाध्यक्ष अजय वर्मा आदि मौजूद रहे।