रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
जहां एक और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है वहीं लोगों में दलिये और निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। इसमें किसी भी दलिये या निर्दलीय प्रत्याशी की बात की जाए, तो आपस में चौकड़ी लगाकर चुनावी राजनीति पर मंथन करने वाले बुजुर्ग यह कहकर चुस्कियां ले रहे है कि उस प्रत्याशी को तो सिर्फ उसके घर की और उस प्रत्याशी को सिर्फ बाहर की ही वोट मिलेगी। जबकि जीत का चेहरा तो सिर्फ उसी के नाम सजेगा। इस तरह के चुस्कियों का दौर चौल्ली शाहबुद्दीनपुर जिपं सीट पर भी चल रहा है। यहां भी चुनावी चर्चाएं जमकर चल रही है। इनमें ज्यादातर सुर्खियां भाजपा प्रत्याशी बटोर रहे हैं, जिन्हें भाजपा हाईकमान ने राजेश सैनी की जगह प्रत्याशी बनाकर मैदान में खड़ा किया है। लोग यह कहते हुए चुस्कियां ले रहे हैं कि नीटू सिंह को चुनाव का अनुभव ही क्या है और वह चुनाव में अपने पक्ष में किस तरह माहौल बना पाएंगे। क्योंकि यहां भाजपा का कैडर वोट बैंक भी कम है। लोग यह भी चर्चाएं कर रहे हैं कि यदि थोड़ा बहुत भाजपा का वोट बैंक भी हुआ, तो भी नीटू सिंह जीत से बहुत दूर हैं। क्योंकि उनकी व्यक्तिगत तो कोई पहचान ही नहीं है, जिसको लेकर वह जीत के दावे कर सकें। हालांकि वह चुनाव प्रचार में अपनी जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीण खूब चर्चाएं कर रहे हैं कि जिला पंचायत में जीतने के दावे करने वाले लोग अब जनता को कम ही पसंद आ रहे है। अब यह दावे कितने सच और कितने झूठ होंगे, यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा। हैरत तो तब हुई जब एक व्यक्ति ने उनके प्रत्याशी बनाए जाने पर बिना हिचक ही बोल दिया कि वह कहां, वह तो 6 वोट का आदमी है। यहां के समीकरण ही कुछ और है। कुल मिलाकर इस तरह से चर्चा चल रही है कि यह चुनाव प्रत्याशियों के लिए उतना ही कड़ा मुकाबला भी देखा जा रहा है। इस तरह की चर्चाओं से गांव की राजनीति मैं भी काफी गर्माहट है।