रुड़की। ( बबलू सैनी ) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की ने अपनी स्थापना के 175वें वर्ष के उपलक्ष्य में 9 अगस्त 2022 को स्काईलाइट होटल, अदीस अबाबा, इथियोपिया में एक अंतर्राष्ट्रीय मिलन समारोह का आयोजन किया। इस बैठक में इथियोपिया के अपने पूर्व छात्रों को एक साथ लाते हुए सरकार और इथियोपिया के प्रमुख विश्वविद्यालयों सहित अनेक नीति निर्माताओं को इसमें शामिल किया गया।
हालांकि आईआईटी रुड़की और अफ्रीका के बीच संबंध पहले असवान बांध (नील नदी के पार) के निर्माण के साथ शुरू हुए थे। यह विरासत अभी भी उसी तरह कायम है जैसा कि आईआईटी रुड़की द्वारा स्पष्ट है कि अफ्रीकी उत्कृष्टता केंद्र बनाने के लिए भारत-अफ्रीका एस एवं टी पहल की अगुवाई कर रहे हैं। हजारों इथियोपियाई छात्रों और सेवारत इंजीनियरों ने आईआईटी रुड़की में अध्ययन किया है। इथियोपिया के पांच शीर्ष विश्वविद्यालय एमओयू के ढांचे के भीतर सक्रिय रुप से आईआईटी रुड़की के साथ सहयोग करते हैं। कई अन्य विश्वविद्यालय गुणवत्ता सुधार और अल्पकालिक (शॉर्ट टर्म) प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सहयोग करते हैं। इन अकादमिक सहयोगों के अलावा, आईआईटी रुड़की के शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों ने जल संसाधन, जल विद्युत, योजना और शहरी विकास के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आईआईटी रुड़की के गढ़ के भीतर इन पारंपरिक क्षेत्रों में विशेषज्ञता को मजबूत करते हुए एक नए सहयोग का उद्देश्य आईआईटी रुड़की में नवीन सुपर कंप्यूटरों का उपयोग करके एप्लाइड गणित और कंप्यूटिंग, डेटा विज्ञान और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फोटोनिक्स और क्वांटम संचार, सेमीकंडक्टर डिवाइस, अक्षय ऊर्जा और डिजाइन जैसे नए क्षेत्रों में पफैलाना है। वीएलएसआई में मास्टर्स और कामकाजी पेशेवरों व इथियोपियाई छात्रों के लिए एमबीए जैसे नए रास्ते भी खुले होंगे। इसके साथ ही स्टार्टअप मास्टरक्लास, इनोवेशन और इनक्यूबेशन में नॉलेज शेयरिंग भी की जाएगी। बढ़े हुए वैश्विक जुड़ाव पर ध्यान केंद्रित करने वाले इस कार्यक्रम में रॉबर्ट शेटकिंटोंग (इथियोपिया में भारत के राजदूत), एनेगेग्रेन गशा फेरेडे (अध्यक्ष, डेब्रे ताबोर विश्वविद्यालय), नवाचार और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, अरबा मिंच विश्वविद्यालय, हरमाया विश्वविद्यालय, वोलेगा विश्वविद्यालय और गोंदर विश्वविद्यालय ने भी इसमें सहभागिता की। आईआईटी रुड़की के उप निदेशक प्रोफेसर एम परिदा, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के डीन प्रोफेसर अरुमुगम तथा संसाधन और पूर्व छात्र मामलों के डीन प्रोफेसर पार्थ रॉय इस कार्यक्रम में शामिल हुए। आयोजन के दौरान वोलेगा विश्वविद्यालय के साथ नए सिरे से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए, जबकि हरमाया विश्वविद्यालय, गोंदर विश्वविद्यालय और अंबो/एमबो विश्वविद्यालय ने एक नए समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर अपना आभार व्यक्त करते हुए राबर्ट शेटकिनटोंग ने कहा कि ‘शिक्षा भारत-इथियोपिया संबंधों, विशेष रुप से हमारे समकालीन संबंधों में दृश्यमान घटकों में से एक रही है। शाही समय (इम्पीरियल टाइम) के दौरान हमारे पास भारत के हजारों स्कूल शिक्षक थे, जो माध्यमिक में पढ़ाते थे। इथियोपिया में स्कूल, आज, हमारे पास इथियोपिया में सार्वजनिक विश्वविद्यालयों में बड़ी संख्या में भारतीय संकाय हैं। इथियोपिया के छात्र भारत में पढ़ने वाले अफ्रीकी छात्रों के सबसे बड़े समूहों में से एक हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में इथियोपियाई छात्रों/विद्वानों ने आईआईटी रुड़की में अध्ययन किया है। पिछले महीने 15 इथियोपियाई नागरिक आईआईटी रुड़की में पढ़ने के लिए भारत के लिए रवाना हुए। ये इथियोपियाई छात्र/पूर्व छात्र इन दो मित्र देशों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। आईअरुड़की। आज झबरेड़ा थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल के नेतृत्व में झबरेड़ा पुलिस ने कस्बे में तिरंगा यात्रा निकाली। यह तिरंगा यात्रा थाने से शुरू होकर झबरेड़ा के पुराना बाजार, मौहल्ला कुम्हारान, मौहल्ला चौधरियान, शिव चौक से होते हुए अमर जवान चौक पर पहंुची, जहां क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल व उनकी टीम पर पुष्प वर्षा कर उनका जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान भारत माता जिंदाबाद के नारे लगाये गये। वहीं थानाध्यक्ष व तमाम पुलिस कर्मियों द्वारा वीर शहीदों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस मौके पर बोलते हुए थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने कहा कि हमें जो आजादी मिली, वह वीर शहीदो की देन हैं। देश आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मना रहा हैं। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के अनेक लोगों को झंडे भी वितरित किये और सभी से अपने घरों पर भी लगाने का आहवान किया। बाद में रैली थाने पर आकर सम्पन्न हुई। इस दौरान इकबालपुर चौकी इंचार्ज हाकम सिंह, लखनौता चाकी इंचार्ज विपिन कुमार, दरोगा संजय पुनिया के साथ ही कां. नूर मलिक, मोहित कुमार, प्रमोद कुमार, संजय नेगी, अजय कुमार समेत बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी शामिल रहे।