रुड़की। ( बबलू सैनी ) हरियाणा के किसानों ने इकबालपुर मिल में पहंुचकर बकाया चल रहे भुगतान को लेकर भाकियू (टिकैत) के नेतृत्व में मिल परिसर में धरना दिया। इस मौके पर पहंुचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा के किसानों का लगभग 5 वर्ष से 33 करोड़ 86 लाख रुपये का बकाया चल रहा है। जबकि पूर्व में 11 करोड़ का भुगतान मिल की ओर से दिया गया हैं। इसके कारण किसानों की स्थिति बेहद खराब हो रही हैं। मिल प्रबन्धन किसानों का भुगतान करें वरना धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मिल के पास केवल दो विकल्प हैं या तो भुगतान दें या फिर इन किसानों को जेल भिजवा दें। इस दौरान शुगर मिल की ओर से मुख्य महाप्रबन्धक सुरेश शर्मा, बीएन चौधरी, तहसीलदार भगवानपुर किसानों के बीच पहंुचे। इस दौरान महाप्रबन्धक सुरेश शर्मा ने राकेश टिकैत को बताया कि आगामी गन्ना सत्र में 3 बार में मिल की ओर से हरियाणा के किसानों का 15 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया जायेगा। साथ ही कहा कि इकबालपुर मिल की कुछ जमीन रेलवे पुल के लिए सरकार अधिकृत कर रही हैं, उसमें से भी दस करोड़ का भुगतान देंगे। जिस पर राकेश टिकैत सहमत नहीं हुये और कहा कि किसानों को दिसम्बर तक के चैक दिये जायें। दो साल के भुगतान होने का फैसला वह नहीं करते। इस दौरान मुख्य महाप्रबन्धक सुरेश शर्मा ने  उन्हें मिल की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया और बताया कि स्थानीय किसानों का भी 110 करोड़ रुपये के करीब वर्ष 2019 के साथ ही वर्तमान सत्र का दस करोड़ रुपये बकाया चल रहा हैं। यह मामला न्यायालय में भी विचाराधीन हैं और हाईकोर्ट के आदेश पर वह पुरानी चीनी रिकवर कर उसका भुगतान एसक्रो खाते में डाल रहे हैं। दो बार की हुई वार्ता विफल रही। समाचार लिखे जाने तक किसान मौके पर डटे हुये थे। इस दौरान विधायक वीरेन्द्र जाती भी धरना स्थल पर पहंुचे और कहा कि वह किसानों के भुगतान के मामले को विधानसभा में उठायेंगे। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस दौरान ढाई सौ के करीब किसानों की संख्या रही। जिस पर कई नेताओं ने अफसोस जाहिर किया। इस मौके पर किसानों के साथ ही सहायक गन्ना आयुक्त आशीष नेगी, समिति प्रभारी सचिव कुलदीप तोमर, एफसीडीआई दिग्विजय सिंह के साथ ही अनेक किसान मौजूद रहे।

वहीं आज गन्ना भुगतान को लेकर इकबालपुर मिल मे भाकियू टिकैत के बैनर तले हरियाणा के किसान पहंुचे। जहां उन्होंने धरना शुरू कर दिया। इस दौरान राकेश टिकैत की मौजूदगी में वक्ताओं ने हरियाणा के किसानों के भुगतान को प्राथमिकता देते हुए भाषणबाजी शुरू कर दी। यह बात मौके पर मौजूद स्थानीय किसानों को छू गई और उन्होंने टिकैत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके धरने का विरोध किया तथा कहा कि स्थानीय किसानों का भी गन्ना भुगतान बकाया है। टिकैत की यह दुकान नहीं चलेगी। इस पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये और टकराव की स्थिति बढ गई। इसे देखते हुए झबरेड़ा थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल भारी पुलिस बल के साथ तुरंत बीच में पहंुच गये और दोनों पक्षों को किसी तरह अलग कराया। यदि समय पर पुलिस नहीं पहंुच पाती, तो यहां बड़ा टकराव हो सकता था। स्थानीय किसानों का आरोप है कि उनका मिल पर 120 करोड़ रुपये बकाया हैं, उसकी बाबत टिकैत गुट ने कुछ नहीं कहा और केवल हरियाणा के किसानों के भुगतान को तरजीह दी। वहीं टिकैत भी माईक से स्थानीय किसानों को अपशब्द कहते नजर आये। इसे लेकर स्थानीय किसानों में टिकैत के खिलाफ भारी रोष पनप रहा हैं।

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