रुड़की। ( बबलू सैनी ) भगवानपुर में रहनुमा एक इंसानियत वेलफेयर ट्रस्ट के उलेमाओं ने प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने बताया कि आगामी बकरा ईद के मौके पर जिन स्थानों पर कुर्बानी वाजिब हैं, वहीं कुर्बानी करें तथा जिन पशुओं को कुर्बानी के लिए प्रतिबंधित किया गया हैं, उनकी कुर्बानी न करें। साथ ही कहा कि कुर्बानी की कोई भी वीडियो, सेल्फी वायरल न करें, रास्ते, गलियों, चौराहों पर कुर्बानी न करें। साथ ही बताया कि कुर्बानी से पहले जिम्मेदार लोगों की एक बैठक जरूर हों और बकरा ईद के मौके पर अमन व शांति बनाये रखें। साथ ही कहा कि कांवड़ यात्रा में सभी मुस्लिम लोग उनका सम्मान और सहयोग करें। इस दौरान उन्होंने भगवानपुर क्षेत्र में बढ़ते नशे के कारोबार पर गहरी चिंता व्यक्त की। मौलानाओं ने कहा कि सिरचंदी, मोहितपुर, खेलपुर समेत दो दर्जन से अधिक गांवों में नौजवान नशे की लत से बर्बाद हो रहे हैं। उनके संगठन द्वारा दो अक्टूबर से नशा मुक्त भगवानपुर बनाने के लिए एक मुहिम छेड़ी गई हैं। सभी गांवों को नशे के कारोबार से बचाने के लिए लगातार बैठके की हैं। वहीं उन्होंने मुस्लिम युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का आहवान किया। उलेमा अब्दुला नफीस ने कहा कि यदि मुस्लिम युवा शिक्षा की ओर बढ़ेगा, तो वह गलत गतिविधियों से बचेगा। शिक्षा की कमी के कारण ही मुस्लिमों को बदनाम करने का काम किया जा रहा हैं। साथ ही उन्होंने शादियों में खाने की बर्बादी रोकने, खाने को बैठकर ग्रहण करनें, लड़की पक्ष की ओर से कम दान दहेज पर जोर दिया। साथ ही कहा कि प्रत्येक मुसलमान को अपने वतन से मुहब्बत रखनी चाहिए। किसी भी तरह देश का नुकसान न होने दें। उन्होंने कहा कि कुछ युवा सड़कों, दुकानों और सरकारी सम्पत्तियों की तोड़ फोड़ करते हैं। चंद युवा पूरे मुस्लिम समाज को ऐसा कर बदनाम करते हैं। उदयपुर की घटना की उलेमाओं ने निंदा की और आरोपियों के खिलाफ कठोर सजा की मांग की तथा कहा कि देश में अमन और शांति के लिए सभी धर्मों के लोगों को आगे आना पड़ेगा। इस मौके पर मुफ्ती अब्दुल वाजिद, मो. सूफियान, मो. तोफीक, मो. इकबाल, मो. सरफराज, मो. मुशर्रत काजमी के साथ ही रिजवान अहमद, शहजाद, राव इरफान, अब्दुल सत्तार, हारून आदि मौजूद रहे।