रुड़की। ( बबलू सैनी ) आज एक कार्यक्रम माधव दास त्यागी रिटा. प्रिंसिपल चूड़ामणि इंटर कॉलेज चुड़ियाला की अध्यक्षता में प्रारंभ हुआ। छत्रपति शिवाजी महाराज ने ऐसे समय में हिंदू पदशाही की स्थापना की थी, जब चारों और घोर निराशा का वातावरण था। उन्होंने अपने शौर्य और पराक्रम से तत्कालीन समाज को नई दशा और दिशा देने का कार्य किया था यह उद्गार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख किसलय कुमार ने नगर निगम सभागार में संघ द्वारा
आयोजित हिन्दू साम्राज्य दिन उत्सव के अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए व्यक्त किये। उन्होंने शिवाजी के यशस्वी जीवन पर बोलते हुए कहा शिवाजी महाराज बचपन से ही बड़ी दूरदर्शी और पराक्रमी थे। उन्होंने कभी भी प्रात मित्रता का जीवन व्यतीत नहीं किया। कभी भी मुगल साम्राज्य शासक औरंगजेब की अधीनता स्वीकार नहीं की। उनके पराक्रम से वह इतना डरता था कि वह उनके सामने भी नहीं आता था। बहुत छोटी सी उम्र में ही वह बालकों के साथ किले जीतने का खेल खेलते थे। उनके जीवन में माता जीजाबाई और गुरु दादोजी कोणदेव का बहुत बड़ा योगदान है। जिन्होंने शिवा को बाल शिवा से छत्रपति शिवाजी महाराज बनाया। वर्तमान परिपेक्ष में हमें उनके जीवन और आदर्श से शिक्षा लेनी चाहिए। अंत में अध्यक्ष ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि राष्ट्रीय सेवक सेवक संघ ऐसा सुंदर कार्य करता है, जो अतुलनीय योगदान है। समाज के लिए कार्यक्रम में नगर संचालक जल सिंह, जिला कारवा त्रिभुवन, नगर कारवां राजपाल, सह नगर कारवां नितिन, अमरीश, अजीत आदि सैकड़ों कार्यकर्ता कार्यक्रम में मौजूद रहे।