रुड़की। ( बबलू सैनी ) उप -कारागार रुड़की में 11 दिवसीय योग शिविर का शुभारंभ किया गया। इस दौरान विचाराधीन कैदियों को योग के जरिए अच्छे रास्तों पर चलने की प्रेरणा दी गई। इस दौरान पतंजलि योग समिति तहसील रुड़की प्रभारी आशा धस्माना ने कहा कि जीवन अनमोल है। गलत विचार छोड़कर शुद्ध आचरण सहित अच्छे मार्ग पर चलने की शुरुआत करनी चहिए। योग, ध्यान से शरीर स्वस्थ व हस्ट-पुष्ट बनता है। इसलिए सबसे पहले योग अपनाकर शरीर को निरोग रखे। इसके बाद धीरे धीरे अशुभ प्रवृत्ति को समाप्त कर आपसी सहयोग व परोपकार की भावना पैदा करे। उन्होंने कहा कि जब जागो, तभी सवेरा अर्थात पुरानी बाते भुलकर एक नए युग की शुरुआत करने में देरी नहीं करनी चाहिए। आशा धस्माना व नीता रानी ने उप-कारागार में विचाराधीन कैदी महिलाओं को भ्रामरी, अनुलोम विलोम, भस्त्रिका, सूर्य नमस्कार व अन्य आसन आदि योग क्रियाओ का अभ्यास कराया। उन्होंने कहा कि 11 जून से शुरु हुए इस योग शिविर का 21 जून को समापन किया जायेगा। 11 दिवसीय शिविर पूरी तरह निःशुल्क चलाया जाएगा। इस दौरान भारत स्वाभिमान व पतंजलि योग समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी कर्नल एमपी शर्मा, मास्टर कटार सिंह, सुरेश कुमार, पवन कुमार व नरेश कुमार आदि ने सहयोग किया।