रुड़की। ( बबलू सैनी ) हरिद्वार दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ शिकारपुर में अध्यक्ष चौधरी डॉ. रणबीर सिंह की अध्यक्षता में विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्रधान प्रबंधक दुग्ध संघ हरिद्वार द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित उत्पादकों एवं उपभोक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा गया कि दुग्ध प्रकृति द्वारा प्रदत्त पौष्टिक आहार है, जिसमें लेक्टोज, प्रोटीन, वसा, विटामिंस एवं मीनरल पाए जाते हैं, जिसके कारण शिशु से लेकर वृद्ध तक दुग्ध पीकर स्वस्थ रह सकते हैं। दुग्ध स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है, किंतु यदि दुग्ध में कोई मिलावट या हानिकारक जीवाणु हो, तो वे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो जाता है। इसलिए पॉली पाउच मिल्क एवं मिल्क उत्पाद प्रयोग करना चाहिए। दुग्ध की मिलावट जांच करने के लिए दुग्ध संघ को भारत सरकार से अत्यधिक आधुनिक मिल्को स्कैन प्राप्त हुआ है। दुग्ध निरीक्षक सहदेव सिंह पुंडीर ने कहा कि यह डेयरी व्यवसाय ग्रामीण जनता के स्वरोजगार का मुख्य साधन है। इसको बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन योजना, एनसीडीसी योजना, आकस्मिक पशु चिकित्सा वाहन, आंचल संतुलित पशु आहार पर छूट दिया जाता है। दुग्ध उत्पादकों को इसका लाभ उठाना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोधन मे चौधरी डॉ. रणवीर सिंह ने कहा कि दुग्ध सहकारिता को सुदृढ़ीकरण करने की आवश्यकता है। भारत दुग्ध उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर है। हमें दुग्ध संघ हरिद्वार को गढ़वाल में प्रथम स्थान पर रखना है। कार्यक्रम में रामानुज त्रिपाठी, राजेंद्र सिंह, डॉ. मुकेश राजपूत, अजय रावत, सुशील चौधरी, चरण सिंह सैनी, मनोज आर्य, अशोक नेगी, लीला कृष्णा, सुषमा समेत बड़ी संख्या में दुग्ध उपभोक्ता एवं उत्पादक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सहदेव सिंह पुंडीर ने किया।