रुड़की। ( बबलू सैनी ) ग्राम भौंरी में बाल विकास परियोजना रुड़की ग्रामीण के नेतृत्व में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अति कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को जीवनोपयोगी जानकारी उपलब्ध करायी गयी। यही नहीं कार्यक्रम में वैष्णवी किट का वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम को भौंरी भारापुर की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सुलेखा सहगल ने महिलाओं को गर्भावस्था में सुरक्षा व खान-पान की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अवस्था में थोड़ी सी लापरवाही भी जानलेवा हो सकती है। इसलिए जितनी भी सावधानी इस दौरान बरती जायेगी, उससे बच्चा व माता दोनों सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने अति कुपोषित बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लिए योजना संचालित की हुई है। इसका प्रत्येक आंगनबाडी प्राथमिकता से बच्चों को लाभ दिलायें। उन्होंने आंगनबाड़ियों को आवश्वस्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा हर प्रकार से कार्यकत्रियों का सहयोग किया जाता है। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी रुड़की धर्मवीर सिंह ने बताया कि उनके द्वारा समयत्र पर क्षेत्र में जाकर आंगनबाड़ियों को निर्देश दिये जाते हैं ताकि किसी भी लाभार्थी को कोई समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने इस अवसर पर सख्त लहजे में आंगनवाड़ियों को निर्देश देते हुए कहा कि टीएचआर से लेकर अन्य किसी भी योजना में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। लाभार्थियों को हित सर्वोपरी है। सरकार की मंशा है कि प्रदेश से कुपोषण जैसी समस्या को भगाया जा सके। सैक्टर सुपरवाईजर सुषमा ने बताया कि उनके द्वारा प्रत्येक केन्द्र का निरीक्षण नियमित रूप से किया जाता है तथा माताओं व बच्चों से संबंधित दिशा निर्देश कार्यकत्रियों को दिये जाते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित मानसी संस्था के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अभिनव गुलेरिया ने कुपोषण के बचाव की सम्पूर्ण जानकारी उपस्थित महिलाओं को दी। कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की गई। कार्यक्रम में मानसी संस्था के एसीएचएफ तालिब मलिक, मोनिका एसीएचएफ व अमन बडोनी मानसी कार्यक्रम में ब्लाक कॉर्डिनेटर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर आंगनवाड़ी संजीता सैनी, सपना सैनी, रीना सैनी, ममता सैनी, जोनी सैनी, नफीसा, नेहा सैनी, ललिता कश्यप, किरण कश्यप, मंजू, सीमा, रूबी, शालू, ललित, ममनेश, समरजहां, सुषमा, तबस्सुम व समस्त सहायिकाएं मौजूद रही।