रुड़की। ( बबलू सैनी ) डीएम हरिद्वार विनय शंकर पांडे ने प्रशासनिक अधिकारी राजस्व अनिल कुमार व वरिष्ठ सहायक सुनील कुमार पर अनुशासन का चाबुक चलाते हुए दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। बताया गया है कि उक्त दोनों कर्मचारीगणों के खिलाफ जनता द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिकायत की गई थी। यह प्रकरण पिछले कई महीने पूर्व का हैं। इन दोनों का स्थानांतरण यहां से जिलाधिकारी हरिद्वार के कार्यालय में कर दिया गया था। लेकिन दोनों भाई उच्च न्यायालय चले गये और वहां से स्थानांतरण का स्टे ऑर्डर ले आये। समयावधि के बाद उक्त कर्मियों द्वारा उच्च न्यायालय के आदेशों व अधिकारियों के आदेशों की अवमानना की गई। यह कृत्य कर्मचारी आचरण सेवा नियमावली के प्राविधानों के विपरीत हैं। प्रशासनिक अधिकारी राजस्व अनिल कुमार व वरिष्ठ सहायक सुनील कुमार को निलंबन की अवधि में कलेक्ट्रेट कार्यालय हरिद्वार से सम्बद्ध किया गया। उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि अर्द्ध वेतन पर देय अवकाश वेतन राशि के बराबर देय होगी। जबकि कोई महंगाई भत्ता देय नहीं होगा। उक्त मदों का भुगतान तभी किया जायेगा, जब दोनों इस आशय का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें कि वह किसी अन्य सेवा योजन, व्यापार वृत्ति व्यवसाय में नहीं लगे हैं। साथ ही इस प्रकरण को लेकर उप-जिलाधिकारी हरिद्वार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया और उन्हें एक माह में जांच कर अपनी आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिये। बताया गया है कि इस संबंध में तहसील के कुछ अधिवक्ताओं द्वारा लिखित शिकायत की गई थी, जिस पर आज यह प्रभावी कार्रवाई हुई।