रुड़की। ( बबलू सैनी ) समाजसेवी स्व. बाबू साहब सिंह की रस्मपगड़ी हीराहेड़ी गांव स्थित उनके पैतृक आवास पर की गई। सर्वप्रथम पंडित द्वारा हवन-पूजन किया गया। बाद में दोपहर 1 बजे शोक सभा हुई। जिसमें दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना ईश्वर से करते हुए उन्हें अपने चरणों में स्थान देने तथा परिजनों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति देने की कामना की गई। शोक सभा में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि वास्तव में बाबू साहब सिंह एक ईमानदार, मृदुभाषी व अच्छी छवि के बड़े किसान थे। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। वहीं पूर्व विधायक चौ. यशवीर सिंह ने कहा कि स्व. बाबू साहब सिंह को खेती-किसानी का शौंक था तथा वह पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाते थे। साथ ही कहा कि 1948 में उनका जन्म हुआ। जब उनकी आयु 4 वर्ष की थी, तभी माता-पिता का साया उठ गया और बहन ने भाई की परवरिश की। इसके बावजूद भी बाबू साहब सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और खेती-किसानी व समाजसेवा के कार्य से उच्च मुकाम हासिल किया। वह सच्चे व्यक्ति थे और उनकी कई बार मुलाकात हुई। यही नहीं अतिथियों का वह खड़े होकर सम्मान करते थे। वहीं वक्ताओं ने कहा कि हरिद्वार जनपद ही नहीं बल्कि यूपी तक उनकी मजबूत पकड़ थी। उनके पास जो भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर पहंुचा, उसका उन्होंने प्राथमिकता के साथ निराकरण कर उसकी हरसंभव मदद की। उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। इससे पूर्व उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया तथा दो मिटन का मौन धारण कर परमपिता परमेश्वर से कामना की गई कि हे प्रभू मृतक आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। इस दौरान सभी की आंखे नम हो उठी। शोक सभा में विधायक वीरेन्द्र जाती, चौ. राजेन्द्र सिंह, रामपाल प्रधान, चौ. कुलवीर सिंह, सतीश शर्मा, सचिव कुलदीप तोमर, विजय त्यागी, विपिन बाबू, चौ. पहल सिंह, पूर्व चेयरमैन महावीर सिंह, गन्ना महाप्रबन्धक ओमपाल सिंह तोमर, शिवकुमार सिसौदिया, विकास चौधरी, अशोक कुमार, अश्वनी कुमार, सुमित प्रधान, योगेन्द्र कुमार, योगेश त्यागी समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।