रुड़की। ( बबलू सैनी ) देश की आजादी में महती भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आसाराम सैनी की 31वीं पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। ग्राम जलालपुर डाडा में उनकी समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत यज्ञ-हवन द्वारा की गई। ग्राम जलालपुर डाडा एवं आसपास के लोगों ने उनकी समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को याद किया। इस अवसर अपने राष्ट्र भक्त पिता को याद करते हुए सुरेंद्र कुमार सैनी ने कहा कि उनके पिता जैसे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान के कारण आज हमारा देश आजाद है तथा हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पिता ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई लड़ी और जेल गए थे। अमर शहीद जगदीश प्रसाद ‘वत्स’ के भांजे श्रीगोपाल नारसन ने आजादी के सिपाही बाबू आसाराम के आजादी के संघर्ष की दास्तां सुनाई और कहा कि उनकी याद को चिर स्थाई बनाए रखने के लिए उनकी जीवनी को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने गांव जलालपुर डाडा में पिछले दिनों घटित हुई साम्प्रदायिक घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह देश सबका है ओर सभी को भाईचारे के साथ रहना चाहिए। श्रद्धांजलि सभा में रतन लाल सैनी, धूम सिंह सैनी, राजीव सैनी, मोहित सैनी, कुंवर पाल सिंह, ओम प्रकाश सैनी पूर्व प्रधानाचार्य, धर्मपाल सिंह, इसम सिंह, नवीन शरण ‘निश्चल’, डॉ. संजीव कुमार सैनी, इंजीनियर शशांक सैनी, महावीर सिंह, चरण सिंह, इंजीनियर यादवेंद्र शरण, श्रीमती कविता सैनी, श्रीमती पूजा सैनी, श्रीमती मधु सैनी, श्रीमती प्रेमलता सैनी, श्रीमती कमलेश सैनी पूर्व प्रधान डाडा जलालपुर, इंजीनियर प्रवीण सैनी आदि मौजूद रहे।