रुड़की। ( बबलू सैनी ) किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. चौ. कटार सिंह ने कहा कि सरकार को पशु संवर्द्धन के लिए उचित कदम उठाने चाहिए तथा दूध का न्यूनतम मूल्य 80 रुपये लीटर घोषित किया जाये। उन्होंने कहा कि इसके अलावा देशी गाय के दूध का मूल्य 100 रुपये घोषित हो। आज की स्थिति विकट बनी हुई हैं तथा चारा, भूसा, फीड सभी वस्तुएं महंगी हो गई हैं। यही नहीं लेबर का मिलना नामुमकिन हो रहा हैं। पशु डेयरी में काम करने वाले सभी श्रमिकों को 18 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन देना चाहिए तथा साथ ही उन्हें पीएफ आदि की सुविधा भी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर इन्हें उक्त रेट सरकार देती हैं, तो निश्चित रुप से यह रोजगार रोचक और लाभप्रद होगा। इंजी. कटार सिंह ने कहा कि तभी ग्रामीण युवा, किसान परिवार इसमें रुचि लेंगे तथा उपभोक्ताओं को ताजा दूध मिलेगा, जो स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा होगा। पशुओं के गोबर से बनने वाली खाद से जमीन की उर्वरकता बढ़ेगी तथा खेती की ओर किसानों का रुझान बढेगा। उन्होंने कहा कि आज भी लगभग 40 प्रतिशत लोग कम पढ़े-लिखे हैं और इस उद्योग में सभी का समायोजन हैं। उन्होंने कहा कि गांव की आबादी की 50 प्रतिशत खेती और डेयरी से बेरोजगारी दूर होगी तथा युवा शहर की ओर पलायन नहीं करेगा। उन्हें गांव में साफ-स्वच्छ हवा और पानी मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया, तो भारत में पशु पालन का समापन हो जायेगा। पशु पालन को सरकार बढ़ावा दें, इसके बिक्री केंद्र बनाये तथा सरकारी योजनाओं का लाभ पशु पालकों को भी मिलें। उन्होंने कहा कि बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि खेती- किसानी से जुड़े सभी सामानों के मूल्य दोगुने हो गये है। यही नहीं पशुओं की कीमतें भी बढ़ रही हैं और उनकी संख्या भी लगातार कम हो रही हैं, जो बड़ी चिंता का विषय हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देकर पशु संवर्द्धन के लिए आगे आना होगा।