रुड़की। ( बबलू सैनी ) इकबालपुर शुगर मिल द्वारा वर्तमान गन्ना पेराई सत्र का अन्तिम बंदी सूचना जारी कर दी गई हैं। प्रबन्धक मंडल ने बताया कि यदि किसी किसान के पास आपूर्ति योग्य गन्ना अवशेष खड़ा हैं, तो वह बृहस्पतिवार तक अपना गन्ना मिल में आपूर्ति करना सुनिश्चित करें। यदि किसानों द्वारा ऐसा नहीं किया गया और उनके खेतों में गन्ना शेष रह गया, तो चीनी मिल ऐसे गन्ने की पेराई के लिए बाध्य नहीं होगा। साथ ही प्रबन्धक मंडल द्वारा यह भी बताया गया कि 28 फरवरी तक का गन्ना भुगतान समिति के खाते मंे भेज दिया गया हैं। जो जल्द ही किसानों को मिल सकेगा। साथ ही बताया कि अभी तक मिल द्वारा 64 लाख कुंतल गन्ने के करीब की पेराई कर ली गई हैं। जो पिछले सत्र के मुकाबले 14 लाख अधिक हैं। ऐसा प्रबन्धक मंडल की आपसी लग्न और किसानों का समय पर गन्ना भुगतान होने से संभव हुआ हैं। साथ ही बताया गया कि वर्तमान सत्र में 7 लाख कुंतल के करीब चीनी के बोरों का निर्माण हुआ हैं। मिल का संचालन कराने मंे सहयोग करने पर प्रबन्धक मंडल ने सभी किसानों, मजदूरों और जनप्रतिनिधियों का आभार प्रकट किया। साथ ही बताया कि जब तक गन्ना आता रहेगा, मिल पेराई करती रहेगी, लेकिन मिल का पेराई सत्रा आज रात्रि में समाप्त कर दिया जायेगा। साथ ही इस संबंध में एक नोटिस/पत्र मंत्री गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, सचिव, अपर सचिव, गन्ना एवं चीनी आयुक्त, जिलाधिकारी, संयुक्त गन्ना सचिव, सहायक गन्ना आयुक्त, गन्ना निरीक्षक, सचिव सहकारी गन्ना विकास समिति इकबालपुर, ज्वालापुर, लिब्बरहेडी, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक को भी प्रेषित किया गया हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस प्रकार से इकबालपुर मिल प्रबन्धक मंडल द्वारा समय-समय पर किसानों का भुगतान किया गया, इसी कारण क्षेत्रीय किसानों का मिल पर विश्वास बढ़ा। यही नहीं वर्ष 2017 का भी 70 प्रतिशत के करीब भुगतान दिया गया तथा मिल द्वारा पिछले वर्ष के मुकाबले 14 लाख गन्ने की अधिक पेराई करना भी मिल प्रबन्धन की सफलता को दर्शाता हैं।