रुड़की। ( बबलू सैनी ) उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय प्रतिनिधिमंडल ने देर शाम शिक्षामंत्री डॉ. धनसिंह रावत से विधानसभा भवन स्थित उनके कार्यालय में भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद शिक्षामंत्री, विभागीय एवं शासन के अधिकारियों के साथ हुई समीक्षा बैठक में अशासकीय शिक्षकों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा कर उनके समाधान पर विचार विमर्श किया, जिसमे शिक्षामंत्री ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए शिक्षकों को पूरा सम्मान देने व उनकी समस्याओं के 30 दिन में निराकरण के निर्देश दिए।
बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा ने पुरानी पेंशन बहाली, गोल्डन कार्ड की सुविधा, तदर्थ सेवा अवधि का लाभ, मानदेय शिक्षकों को नियमित करने, अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति में 4 वर्षीय एकीकृत बीएड की डिग्री को भी मान्य करने, शिक्षकों की नियुक्ति में पीएचडी, एम.एड., खेलकूद, एनएसएस, एनसीसी एवं स्काउटिंग के अंकों को पहले की तरह बहाल करने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की आउटसोर्स से नियुक्ति करने, शिक्षकों को प्रतिमाह पहली तारीख को वेतन दिलवाने, अशासकीय विद्यालयों के छात्रों को भी राजकीय विद्यालयों के छात्रों की तरह टेबलेट, गणवेश व अन्य सुविधाएं दिलवाने सहित 19 मांगो का एक मांगपत्र शिक्षामंत्री एवं विभागीय अधिकारियों के समक्ष रखा। इस पर शिक्षामंत्री ने शिक्षकों की समस्याओं से सहमत होते हुए अशासकीय शिक्षकों को प्रत्येक माह 10 तारीख तक अनिवार्य रुप से वेतन दिलवाने तथा अन्य समस्याओं को 30 दिन के अंदर निराकरण करने व हर 100 दिन बाद शिक्षकों से शिक्षामंत्री की बैठक कराने के निर्देश उपस्थित विभागीय अधिकारियों को दिए। बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा, प्रांतीय उपाध्यक्ष प्रदीप त्यागी, प्रांतीय महामंत्री जगमोहन सिंह रावत, जिलाध्यक्ष पौड़ी डॉ. महावीर सिंह बिष्ट एवं संदीप रावत के साथ ही अपर शिक्षा सचिव, शिक्षा महानिदेशक, अपर शिक्षा निदेशक, उपशिक्षा निदेशक राज्य वित्त अधिकारी एवं राज्य विधि अधिकारी आदि निदेशालय एवं शासन अधिकारी मौजूद रहे।