रुड़की। ( बबलू सैनी ) झबरेड़ा थाना क्षेत्र के खाताखेड़ी गांव में स्थित पशु सेवा केंद्र शो-पीस बना हुआ हैं। विभाग द्वारा इस केंद्र को इसलिए बनाया गया था, कि यहां पर आस-पास के गांवों के पशुपालक अपने पशुओं का उपचार आदि करा सकेंगे। लेकिन हैरत की बात है कि कई वर्ष पहले बना यह पशु सेवा केंद्र सहज ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा हैं। क्योंकि इसके गेट पर हमेशा ताला लगा रहता है और जो किसान अपने बीमार पशुओं को यहां लाते हैं, उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि कई बार विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन नतीजा सिफर रहा। अब सवाल यह है कि जब इस पशु सेवा केंद्र पर पशुओं की कोई सेवा ही नही होती, तो आखिर इसे बनाने की क्या जरूरत थी। साथ ही यह भी बताया कि जो पशु चिकित्सक यहां तैनात हैं, वह कभी आते ही नहीं और किसी अन्य स्थान पर अपनी सेवा दे रहे हैं। यही हाल खूंडेवाला गांव के बाहर बने पशु सेवा केंद्र का भी हैं। यहां भी कोई चिकित्सक दिखाई नहीं देता। ऐसे में किसान अपने बीमार पशुओं का ईलाज कहां करायें। यह समस्या उनके सामने बनी हैं। इस संबंध में मुख्य जिला पशु चिकित्सा अधिकारी से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया, तो वह उपलब्ध नहीं हो पाये। इन सेवा केंद्रों के बंद रहने से ग्रामीणों में भारी रोष पनप रहा हैं।