रुड़की। ( बबलू सैनी ) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रुड़की द्वारा नेहरू स्टेडियम में पंकज कुमार बंसल की अध्यक्षता में नवसंवत मनाया गया। मुख्य वक्ता व सह-प्रांत प्रचार प्रमुख संजय ने कहा कि नव संवत संकल्प का दिन है, परमपिता परमेश्वर की संकल्प से इस दिन सृष्टि की उत्पत्ति मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक धर्मराज युधिष्ठिर का राज्य अभिषेक सालिबान द्वारा शकों का समूल नष्ट कर शक संवत का प्रारंभ शरीर में 9 शक्ति केंद्रों का जागरण नवदुर्गा उपासना, स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना, चेती चंद जन्म दिवस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशव राव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस चैत्र शुक्ल वर्ष प्रतिपदा पर हुआ। संघ द्वारा 6 उत्सव मुख्य रुप से मनाया जाते हैं। इन उत्सवों का उद्देश्य राष्ट्रीय और सामाजिक प्रेरणा समाज को देना है। उन्होंने कहा कि वृक्ष और पतंग दोनों आसमान की ओर जाती है, तूफान में पतंग उड़ जाती है किंतु वृक्ष अपनी जड़ों से जुड़ा होने के कारण खड़ा रहता है। इसी प्रकार जो समाज अपने अतीत से सीख लेकर भविष्य का निर्धारण करता है, वही प्रगति पथ पर बढ़ता है। लॉर्ड मैकाल ने शिक्षा पद्धति पर ब्रिटिश संसद में बोलते हुए कहा था कि भारतीय समाज में उनके इतिहास मान बिंदुओं एवं संस्कृति के प्रति हीन भावना पैदा कर भावी पीढ़ी को उनकी संस्कृति से काटकर ही भारत पर शासन किया जा सकता है। इन उत्सवों द्वारा समाज को विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्कृति जो सर्वे भवंतु सुखिनः वसुदेव कुटुंबकम जीवो पर दया करो विश्व का कल्याण हो प्राणियों में सद्भाव का संदेश देने वाली जल, जंगल, जमीन और जीवो से आत्मीयता और बंधुत्व का रिश्ता स्थापित करती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उद्देश्य भी इस आत्मवृत्त आत्म शुन्य आत्म केंद्रित भारतीय समाज को संगठित कर समाज और राष्ट्र निर्माण में लगाना है, जिसे भारत फिर से विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त कर सके। उन्होंने राजस्थान में उपद्रवियों द्वारा मोटरसाइकिल यात्रा पर पथराव का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ शक्तियां जो समाज और भारत को विकास के पथ पर बढ़ना नहीं देखना चाहती और इसको रोकने के लिए इस तरह की असामाजिक कृत्य कर बाधा उत्पन्न करते हैं। नेहरू स्टेडियम से गणवेश धारी स्वयंसेवक सैकड़ों की संख्या में दो टोली बनाकर सिविल लाइन और रामनगर होते हुए नगर में पथ संचलन किया। जगह-जगह पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर पटेल शाखा, विक्रमादित्य शाखा, आजाद शाखा, गीतांजलि, गणेश, गंगा, शिवाजी, भगीरथ दयानंद, सुदर्शन, विवेकानंद विश्वकर्मा गोविंद, केशव, माधव राम, सुभाष, तिलक, बजरंग, श्रीकृष्ण, नंद, मतलबपुर, सलेमपुर आदि शाखाओं के कई सौ स्वयं सेवकों द्वारा पथ संचलन में अनुशासन और समरसता का परिचय दिया। नगर वासियों द्वारा स्वयंसेवकों का उत्साहवर्द्धन किया गया।