रुड़की। ( बबलू सैनी ) खानपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक बनकर वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार ने इतिहास रच दिया और सत्ताधारी पार्टी के साथ ही अन्य दलों को भी पटखनी दी। जैसे ही उनका काफिला जीत के बाद खानपुर विधानसभा क्षेत्र में पहंुचा, तो समर्थकों की भारी भीड़ लग गई और कई स्थानों पर समर्थकों ने फूल-माला पहनाकर अपने प्रिय नेता विधायक उमेश कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उमेश कुमार जिंदाबाद, सोनिया शर्मा
जिंदाबाद के नारे लगाये गये और आसमान गुंजायेमान हो उठा। समर्थक यही नहीं रुके, उन्होंने पटाखे छोड़कर ढोल-नगाड़े बजाकर नाच-कूदकर जीत का जश्न मनाया। सबसे बड़ी बात यह है कि खानपुर विधानसभा सीट पर पिछले 20 वर्षों से प्रणव सिंह का कब्जा रहा। हालांकि कई मामलों को लेकर वह चर्चित रहे। इसी कारण भाजपा हाईकमान द्वारा उनकी पत्नि को चुनाव मैदान में उतारा गया और वह तीसरे नंबर पर रही। जबकि दूसरे नंबर पर रविन्द्र पनियाला रहे और उन्होंने भी हार की हैट्रिक लगाई। बताया गया है कि वरिष्ठ पत्रकार विधायक उमेश कुमार मूलतः सहारनपुर के रहने वाले हैं और पिछले लंबे समय से उत्तराखण्ड में निवास कर रहे हैं। चुनाव से कुछ माह पूर्व ही वह खानपुर विधानसभा क्षेत्र में पहंुचे और कार्यालय खोलकर आम जनता की समस्याओं का निराकरण अपने निजी खर्च से करने लगे और कई विषम समस्याओं का उन्होंने सरलता से समाधान किया। जिसके कारण वह आम जनता के दिलों में छा गये और उनका कद लगातार बढ़ता गया और चुनाव के दौरान वह काफी मजबूत दिखाई दिये और मतदाताओं के दिलों में छा गये। उन्होंने चार बार के विधायक रहे चैम्पियन के जबड़े से जीत छीन ली और राष्ट्रीय पार्टियों को पीछे छोड़ दिया। वहीं इसका श्रेय नव-निर्वाचित विधायक उमेश कुमार ने खानपुर विधानसभा क्षेत्र के सर्वसमाज के लोगों को दिया और कहा कि जो जनता ने उम्मीद उन पर जताई हैं, उस पर वह पूरी तरह खरा उतरने का काम करेंगे और जनता के बीच में रहकर विकास कार्यों को आगे बढ़ायेंगे।