रुड़की। मोदी सरकार के मुख्य विभागों में से एक युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की स्वतशाषी संस्था नेहरू युवा केंद्र की हरिद्वार इकाई में पदस्त यूनाईटड नेशन्स के जिला युवा अधिकारी एवं बजरंग दल नेता पूर्व एनवाईवी विवेक त्यागी ने भ्रष्टाचार समेत पद व सरकारी धन के दुरूपयोग करने जैसे गम्भीर आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही कहा कि अगर ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वह धरना-प्रदर्शन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। विवेक ने जिला युवा अधिकारी हिमांशु सिंह पर केंद्र व आये हुये कार्यक्रमों को केवल अपने परिचित लोगों को देने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कोई अन्य एनवाईवी कार्य क्षेत्र में कार्यक्रम आवंटित करने का आग्रह करता हैं, तो उससे कमीशन के रुप में धन की मांग की जाती हैं तथा जो कार्यक्रम स्वयं उनके स्तर से आयोजित किये जाते हैं, उनमें विभाग से आये दिशा-निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यही नहीं सम्बन्धित एनवाईवी को इसकी सूचना भी नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि मेहनती लोगों के खून-पसीने से कमाये धन को जिसे वह टैक्स के रुप में देशहित के लिए प्रदान करते हैं, उसे इस तरह खाया जाना ठीक नहीं हैं। साथ ही कहा कि अधिकारी द्वारा क्षेत्रीय युवाओं को आपस मे लड़ाने के लिए एक ही कार्यक्रम का आवंटन दो युवा मंडलों में कर दिया जाता हैं। जिस कार्यक्रम को देरी से चलाया जाता हैं, वो कागजों में बहुत पहले से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास तमाम तरह के साक्ष्य इन बातों को सिद्ध करने के लिए उपलब्ध हैं। हाल ही में नमामि गंगे के तहत जिला परियोजना अधिकारी के पद पर हुये साक्षात्कार में हिमांशु सिंह के परिचित का चयन होना भी उनकी भूमिका व कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता हैं। बहरहाल देखना रोचक होता है कि बजरंग दल के नेता के प्रार्थना पर कोई कार्रवाई होती हैं या वह इनके खिलाफ आन्दोलन का बिगुल फूंकते हैं।