रुड़की। नगला इमरती गांव के निकट नंदा कॉलोनी में ठेकेदार द्वारा पेयजल निगम विभाग उत्तराखण्ड से ठेका लेकर घटिया किस्म के पाईप डाले जा रहे हैं। इसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों से की गई, लेकिन नतीजा सिफर रहा। ग्रामीणों का आरोप है कि जब उन्होंने ठेकेदार से मानकों के अनुरुप मजबूत पाईप व सीसी के पैच वर्क अच्छी सामग्री से बनाये जाये, तो इस पर ठेकेदार ने रौब गालिब करते हुए कॉलोनी के लोगों से अभद्रता की और अपनी उंची पहंुच का हवाला देकर कहा कि वह अधिकारियों को कमीशन देते हैं। इसलिए जो निर्माण सामग्री उन्हें मिली हैं, वह उसे ही लगायेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि एक ओर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ईमानदारी किसी से छिपी नहीं हैं तथा गलत लोगों के खिलाफ वह शिकंजा भी कसते हैं, यह भी सर्वविदित हैं। इसके बावजूद भी पेयजल निगम में भ्रष्टाचार पनप रहा हैं। इस विभाग में बैठे अधिकारी और कर्मचारी सरकारी पैसे को घुन की तरह खा रहे हैं। जब भी कोई टेंडर छूटता हैं, तो उसमें कमीशनबाजी होती हैं और ठेकेदार उसी का फायदा उठाते हुए घटिया निर्माण सामग्री से कार्य कर अपनी चांदी काट रहे हैं। जबकि इसका खामियाजा स्थानीय लोगों को धरातल पर भुगतना पड़ता हैं।