रुड़की। श्री भवानी शंकर आश्रम रुड़की में महंत गुलाब गिरी महाराज की 11वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आज सुंदरकांड एवं भंडारे का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन महंत रीमा गिरी और महंत त्रिवेणी गिरी के पर्यवेक्षण में हुआ। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए महंत रीमा गिरी ने बताया कि महंत गुलाब गिरी महाराज वास्तव में सिद्ध मूर्ति योगी थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भक्ति और मानव मात्र के कल्याण हेतु अर्पित कर दिया। उन्होंने 118 वर्ष की उम्र में समाधि ली। अपनी मृत्यु से 3 दिन पहले ही उन्होंने यह बता दिया था कि 3 दिन बाद वे अपना शरीर त्यागने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भवानी शंकर आश्रम गुरु जी के बताए हुए सिद्धांतों का आज भी पूरी तरह से पालन करता है और समाज सेवा और ईश्वर की भक्ति को सर्वोपरि रखते हुए मानव कल्याण हेतु सदैव तत्पर रहता है। इस मौके पर 1008 महामंडलेश्वर स्वामी मैथिली गिरी महाराज, महंत डॉ. निर्मला गिरी समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण मौजूद रहे।