रुड़की। विश्व आयुर्वेद परिषद रुड़की द्वारा आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान धन्वंतरि की जयंती के उपलक्ष में विश्व कल्याण यज्ञ समारोह का आयोजन किया गया। यज्ञ द्वारा कोरोना वायरस सहित सभी प्रकार के संक्रमण और रोगों को समाप्त करने की प्रार्थना की गई और जो लोग इस महामारी में शहीद हुए, उनके संस्कार विधि-विाान से नहीं हो पाए या परिवार अधूरे रह गए। उन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. दिनेंद्र सिंह ने की। जबकि विशिष्ट अतिथि के रुप में परिषद के प्रदेश सचिव वैद्य टेक वल्लभ ने कहा कि सामान्य रुप से सभी रोगों से बचाव के लिए सभी लोगों की स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हवन हानि रहित लाभकारी और श्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति है। वातावरण में मौजूद संक्रमण को नष्ट करता है। आयुर्वेद सभी रोगों की चिकित्सा का विज्ञान है। कोविड-19 की शत-प्रतिशत सफल चिकित्सा भी हमने की है। प्रथम दृष्टया आयुर्वेद को अपनाने से रोग बढ़ेगा ही नहीं। महासचिव डाॅ. विनोद गुप्ता ने संचालन के दौरान कहा कि आयुर्वेद श्याम भगवान के द्वारा प्रदत्त चिकित्सा विज्ञान है, जो स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा का भी विज्ञान है। डाॅक्टर गोपाल कृष्ण ने अपने कई अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि त्वचा रोगों में भी आयुर्वेद द्वारा सफल चिकित्सा है। हवन पूजन सागर रस्तोगी ने कराया। इस मौके पर डाॅ. शशि मोहन गुप्ता, डाॅ. प्रदीप त्यागी, डाॅ. पीसी शास्त्री, डाॅ. आशुतोष सिंह, श्रीमती सुरीता, प्रभा गुप्ता, बबीता गुप्ता, भारती सिंह, पुष्पा देवी, अमन कुमार, विकास गुप्ता आदि मौजूद रहे।