रुड़की। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोर्डिनेटर आकाश आनंद ने कहा कि यदि बहुजन समाज को अपना हक, अधिकार और सम्मान चाहिए, तो उन्हें शासक बनना पड़ेगा। इसके लिए उन्हें बसपा के हाथ मजबूत करने होंगे, जिस प्रकार से बहन कु. मायावती ने वर्ष 2007 में यूपी में शासन किया और बहुजन समाज के साथ ही दबे-कुचले लोगों की आवाज बनकर उन्हें उनका हक, अधिकार और सम्मान दिलाया। वह अविस्मरणीय हैं।
उक्त बात आज उन्होंने रुड़की में स्थित नेहरू स्टेडियम में आयोजित एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन में हजारों लोगों के जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि चुनाव में बसपा प्रत्याशियों को भारी मतों से जिताकर उन्हें विधानसभा तक भेजना हैं ताकि सत्ता की चाबी उनके हाथों में आ सके। तभी उन्हें उनका अधिकार और सम्मान मिल पायेगा। उन्होंने कहा कि बहन कु. मायावती ने बहुजन समाज को एक सूत्र में बांधने का काम किया और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कड़ा संघर्ष किया। लेकिन बहन कु. मायावती के शासन करने और उनके संघर्ष से विपक्षी दलों में खलबली मच गई थी। जिस कारण उन्होंने मिलकर बहन कु. मायावती को सत्ता से बाहर कर दिया।
बावजूद उन्होंने बहुजन समाज के लिए अपना संघर्ष कम नहीं किया और वह कई बार लोकसभा तथा राज्यसभा सांसद के रुप में कार्य करती रही और बहुजन समाज की आवाज को उठाती रही। साथ ही उन्होंने कहा कि 60 वर्षों तक देश में कांग्रेस का शासन रहा, लेकिन इस दौरान क्या बहुजन समाज की आवाज को सुना गया, नहीं और न ही उनके शासन में युवाओं और महिलाओं को रोजगार व सम्मान मिल पाया। साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान लिखने वाले बाबा साहेब को तत्कालीन वीपी सिंह की सरकार ने कांशीराम व बहन कु. मायावती के प्रयासों से भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस व भाजपा दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार हैं और वहां बहुजन समाज पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन कोई भी कांग्रेस का नेता उनके दुःख बांटने के लिए नहीं पहंुचा। यही हाल यूपी सरकार का भी हैं। यहां बहुजन समाज के साथ ही किसानों पर अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन कोई भी भाजपा नेता उनके जख्म पर मरहम लगाने नहीं जाता। साथ ही बताया कि आन्दोलनरत् किसानों को मवाली और आतंकवादी बताकर सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती हैं। क्या इसी प्रकार देश चलेगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है सत्ता की चाबी स्वयं लेने का। बहन कु. मायावती फिर से सत्ता में आई, तो नफरत की सियासत अपने आप चकनाचूर हो जायेगी। हमें इस बार सियासी पार्टियों से धोखा नहीं खाना हैं। सर्वसमाज को साथ लेकर चलने वाली बहन कु. मायावती के हाथों को मजबूती प्रदान करते हुए उत्तराखण्ड में बसपा की सरकार बनानी हैं। अपने संबोधन से पूर्व उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फूले, बाबा साहेब समेत तमाम महापुरूषों को नमन किया। कार्यकर्ता सम्मेलन को राष्ट्रीय कोर्डिनेटर व राज्यसभा सांसद रामजी गौतम, प्रदेश प्रभारी प्रदीप जाटव, यूपी प्रभारी शमशुद्दीन राईन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश गौतम के साथ ही बसपा नेता आदित्य बृजवाल, रविन्द्र पनियाला समेत अनेक पदाधिकारियों ने सभी सम्बोधित किया और बसपा पार्टी को मजबूत करने पर बल दिया। इस मौके पर हाजी मो. शहजाद, पूर्व विधायक सरवत करीम अंसारी, हरिदास, बसपा नेता भागमल, प्रमुख जितेन्द्र कुमार, अरविंद कुमार, प्रदीप चैधरी, शीशपाल, मदन लाल समेत हजारों की संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।