रुड़की। ( आयुष गुप्ता )
31 अक्टूबर को कोतवाली गंगनहर क्षेत्रांतर्गत निवासरत महिला ने सूचना दी कि उनकी क्रमशः 12 और 14 वर्षीय बेटियां और उनकी एक दोस्त सुबह घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी, जो कि रात होने के बाद भी वापस नही लौटी। परिजनों द्वारा काफी तालाश की गई, लेकिन उनका कही कोई भी पता नही चला। गुमशुदगी के आधार पर कोतवाली गंगनहर पर धारा 137(2) में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
गंगनहर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि घटना के अनावरण हेतु टीम गठित करते हुए बच्चियों की 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामदगी के सख्त निर्देश जारी किए। गुमशुदा की तालाश में जुटी पुलिस टीमों के द्वारा कन्या इण्टर कॉलेज में शिक्षिकाओ से पूछताछ की गई और गुमशुदा किशोरियों की सहेलियों से पूछताछ के साथ साथ मैनुअल पुलिसिंग एवं इलेक्ट्रॉनिक तकनीकी व विभिन्न माध्यमों से जानकारी जुटाकर शनिवार को गुमशुदा तीनो बालिकाओ को मथुरा रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद किया। कप्तान ने बताया कि बालिकाओ ने पूछताछ में बताया कि माता-पिता के बीच अनबन और झगड़ा होने के चलते उनकी मां बालिकाओ को डांटती तथा झगड़ती थी। अन्य गुमशुदा बालिका भी सुबह जल्दी नही उठने के कारण मिलने वाली डांट और थप्पड़ के चलते अपने मां बाप से नाराज थी। इन वजह से कुल 500 रूपये लेकर ये तीनो रिक्शा लेकर रूड़की बस अड्डे पर पहुंची। वहां से हरिद्वार बस अड्डे आई ओर हरिद्वार बस अड्डे से बस पकड़ कर दिल्ली, दिल्ली से ये तीनों ट्रेन से मथुरा चली गई, मथुरा में पैसे समाप्त हो जाने के कारण वही रेलवे स्टेशन पर बैठी थी, जिन्हें एक सूचना पर कोतवाली पुलिस ने सकुशल बरामद कर परिजनों के सुपुर्द किया। पुलिस टीम में सीओ रुड़की नरेंद्र पंत, प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी, निरीक्षक प्रवीण बिष्ट, एसएसआई दीप कुमार, एसआई प्रवीण बिष्ट, अपर उप निरीक्षक कांता प्रसाद, हेड कांस्टेबल सीआईयू चमन, कांस्टेबल चालक लाल सिंह, पवन सिंह, हंसराज, प्रभाकर, रणवीर, प्रीतम, मनमोहन भंडारी, महिपाल व राहुल नेगी शामिल रहे।
घर से बिना बताये निकली किशोरियां मथुरा रेलवे स्टेशन से बरामद, परिजनों की डांट से नाराज थी किशोरियां









